पटना: राज्य में एनएच पर चार नये पुलों का निर्माण होगा.भागलपुर के कहलगांव व चंपा नाला, शीतलपुर के माही पुल और वरुणा के नून नदी पुल का निर्माण कराने की सहमति केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दे दी है. केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद पटना आये पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दिल्ली में बिहार में एनएच के निर्माण व मेंटेनेंस और पुलों के निर्माण को लेकर केंद्रीय मंत्री से लंबी बात हुई. चारों पुलों का निर्माण इपीसी मोड पर होगा. संवेदक ही पुल की डिजायन बनायेंगे. चारों पुलों की डीपीआर बन गयी है.
उन्होंने बताया कि एनएच निर्माण के मुद्दे पर भी उनकी बात नितिन गडकरी से हुई. मनेर-पटना-बख्तियारपुर-खगड़िया, आरा-बक्सर, छपरा-सीवान-गोपालगंज और छपवा-रक्सौल एनएच का निर्माण और मरम्मत कराने का उन्होंने आश्वासन दिया है. पथ निर्माण मंत्री ने केंद्रीय मंत्री को यह भी बताया कि एनएचएआइ द्वारा बनायी जा रही सड़कें हर वर्ष खराब हो जा रही हैं, जबकि पथ निर्माण विभाग द्वारा बनायी जा रही सड़कें लंबे समय तक चल रही हैं.
पथ निर्माण मंत्री ने बिहार में एनएच का निर्माण बिटुमिंस मेटेरियल के साथ कराने का उन्हें सुझाव दिया. नितिन गडकरी ने पथ निर्माण मंत्री को आश्वस्त किया कि वाइब्रेंट-बोल्डर के बिना एनएच की मरम्मत नहीं होगी. उन्होंने गांधी सेतु से जुड़े 16 किमी एनएच को उपेक्षित छोड़ दिये जाने की भी शिकायत सड़क परिवहन मंत्री से की. उन्होंने केंद्रीय मंत्री को यह भी बताया कि गांधी सेतु के मेंटेनेंस का खर्च उठाना राज्य सरकार के बूते में नहीं है. गांधी सेतु एनएचएआइ से संबद्ध है. ऐसे में केंद्र सरकार को इसके मेंटेनेंस की राशि देनी चाहिए. बिहार में 513 किमी एनएच की बदहाली की ओर भी उन्होंने केंद्रीय मंत्री का ध्यान दिलाया.
उन्होंने बताया कि 513 किमी एनएच किसी योजना में शामिल नहीं है. इसका मेंटेनेंस कैसे होगा, इस पर भी केंद्रीय मंत्री के साथ उनकी चर्चा हुई. केंद्रीय मंत्री ने पथ निर्माण मंत्री को आश्वासन दिया है कि एनएचओ के तहत वे 513 किमी एनएच को टेकओवर करेंगे. इसके लिए उन्होंने केंद्र को प्रस्ताव भेजने को कहा है. नितिन गडकरी के साथ बिहार के पुल व सड़कों की स्थिति पर हुई बात चीत में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह और मुख्य अभियंता केदार बैठा भी शामिल थे.