पटना : पटना इप्टा के 32वें नगर सम्मेलन के अवसर ‘रंगभूमि नाट्य अभियान’ के अवसर पर जेडी विमेंस कॉलेज में आयोजित नाट्य प्रदर्शनका उद्घाटन करते हुए इप्टा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शैलेंद्र ने कहा कि "मौजूदा दौर में गांधी उस शख्सियत का नाम है जो हमें प्रेरणा देते हैं. जीवन में प्रेम, दया, करुणा और इंसानियत को आत्मसात करने के लिए, जिसके बदौलत हम सबके लिये एक बेहतर दुनिया गढ़ सकते है.
उन्होंने कहा कि मनुष्य के अनंत भोग और लालसा का परिणाम है की हम खुद से ही पर्यावरण को नष्ट कर रहे हैं. नकली दुनिया के इन दौर में वास्तविक सत्य को समाप्त कर आभासी सत्य को स्थापित करने की कोशिश की जा रही है. विकास के नाम पर बड़े पैमाने पर पर्यावरण का दोहन हो रहा है. ऐसे में हमें मिलकर सोचना होगा कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए कैसी दुनिया बना रहें है.
कार्यक्रम की शुरुआत मेंपटना इप्टा के कलाकारों राजनंदन सिंह राजन लिखित जोगीरा गाकर आगाज किया. इस मौके पर अपने संबोधन में अर्थशास्त्र कीप्राध्यापक श्रीमती नंदिनी मेहताने इप्टा का परिचय कराते हुए अतिथियों व कलाकारों का स्वागत किया. इप्टा के राष्ट्रीय सचिव मंडल के सदस्य फीरोज अशरफ खान ने इप्टा के इतिहास चर्चा करते हुए छात्राओं को बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 25 मई 1943 को इप्टा की नींव रखी गयी. जिसका नामकरण देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ होमी जहांगीर भाभा ने किया था. उस दौर से लेकर आज तक इप्टा के साथ अलग-अलग क्षेत्र के कई हस्तियों ने जुड़कर इप्टा के कारवां को आगे बढ़ाया.
श्री खान ने छात्राओं से इप्टा से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि एक बेहतर समाज बनाने के लिए आप भी इप्टा से जुड़े. इस अवसर पर प्रो वीणा अमृत, औरईसीओ हार्मोनीकी आफरीन सहित विद्यालय की प्रभारीप्राचार्यसुधा ओझाउपस्थित थीं. संबोधन के उपरांत स्वपन दुः स्वपन नाटक का मंचन किया गया. नाटक का आलेख अनिल रंजन भौमिक का था और नाट्य रूपांतर प्रभात कुमार मंडल ने किया था. नाटक के निर्देशक तनवीर अख्तर थे. नाटक मनुष्य के लालच और अनंत भोग की लालसा की वजह सेपर्यावरण आये गंभीर खतरे को प्रस्तुत किया.
कार्यकारी अध्यक्ष तनवीर अख्तर ने बताया कि आज शाम को इप्टा नगर सम्मेलन के तहत गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम कोबारिश के कारण स्थगित करना पड़ा. कल सुबह 11 बजे से संगठन सत्र आयोजित होगा जिसमें पटना इप्टा की कार्यकारिणी का निर्वाचन किया जायेगा और शाम 3.30 बजे गांधी मैदान में जनगीत और नाटकों की प्रस्तुति होगी.