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फाइलों में पटना की पेयजल योजना

पटना : राज्य के चार बड़े शहरों में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए बनी पेयजल योजना अधर में लटक गयी है. भागलपुर में काम करने वाली कंपनी को दिवालिया होने पर हटा दिया गया है. मुजफ्फरपुर में पाइपलाइन विस्तार व टंकी निर्माण के लिए जमीन की एनओसी की नहीं मिली है. पटना […]

पटना : राज्य के चार बड़े शहरों में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए बनी पेयजल योजना अधर में लटक गयी है. भागलपुर में काम करने वाली कंपनी को दिवालिया होने पर हटा दिया गया है. मुजफ्फरपुर में पाइपलाइन विस्तार व टंकी निर्माण के लिए जमीन की एनओसी की नहीं मिली है. पटना में बीते छह माह में भी डीपीआर नहीं बन पायी है.
एक मात्र गया में ही काम चालू है. गौरतलब है कि राज्य के चार बड़े शहरों में शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) की ओर से पेयजल सप्लाइ का काम किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात है कि इन योजनाओं को पूरा होने से राज्य के चार बड़े शहर के लोगों को पेयजल की समस्या नहीं होगी.
भागलपुर के लिए दोबारा टेंडर : योजना की शुरुआत होने व आधा काम पूरा होने के बाद भागलपुर प्रोजेक्ट पर ग्रहण लग गया है. इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही पैन इंडिया कंपनी को खराब काम के कारण टर्मिनेट कर दिया गया है.
लगभग 318 करोड़ की योजना में आधे शहर में हाउस होल्ड में कनेक्शन का काम भी किया गया है. लेकिन, 460 किमी में मात्र 180 किमी में ही पाइप लाइन का विस्तार हो पाया है. यहां तक की 19 में से मात्र पांच पानी टंकी की बन पायी है. अब बुडको शेष प्रोजेक्ट को चार भागों में बांट कर नयी कंपनी के लिए दोबारा टेंडर करने वाला है. इसके लिए विभाग के पास फाइल गयी है.
सभी योजनाओं को समय से पूरा कर लिया जायेगा. वहीं भागलपुर में दोबारा टेंडर निकालने की भी प्रक्रिया शुरू होगी. आने वाले दो तीन वर्षों में राज्य के चार बड़े शहरों में पेयजल की समस्या दूर हो जायेगी.
अमरेंद्र प्रसाद सिंह, एमडी, बुडको
मुजफ्फरपुर में पेयजल योजना की शुरुआत करने के लिए जमीन एनओसी करने का काम किया जा रहा है. पानी टंकी निर्माण के लिए विभिन्न विभागों से एनओसी लेने की प्रक्रिया चल रही है. इस प्रोजेक्ट में 361 करोड़ की लागत से 13 पानी टंकी व 527 किमी के पाइपलाइन का विस्तार किया जाना है. इस प्रोजेक्ट को तीन वर्ष में पूरा करना है. साथ ही दो वर्ष संचालन की जिम्मेदारी भी कंपनी की रहेगी.
सबसे खराब स्थिति पटना में वाटर सप्लाइ योजना की है. पहले पांच वर्षों से इस योजना पर ग्रहण लगा हुआ था. वहीं बुडको की ओर से 2048 करोड़ की लागत से पूरे शहर में पानी टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तार की नयी योजना की आरएफपी तैयार की गयी. लेकिन, बाद में नगर विकास व आवास विभाग ने डीपीआर बनाने व काम करने की जिम्मेदारी नगर निगम को दी. अब बीते छह माह से नगर निगम ना तो डीपीआर बना पायी है और ना ही आवश्यक कार्रवाई की गयी है.
अभी सिर्फ पुराने पानी टंकी को पूरा करने का काम बुडको की ओर से किया जा रहा है. गया में भी 311 करोड़ की लागत से पेयजल योजना पर काम किया जा रहा है. इस योजना में 460 किमी लंबी पाइपलाइन का विस्तार किया जाना है. जिसमें अब तक 65 किमी का काम पूरा हुआ है.
इस योजना को 2021 में पूरा किया जाना है. जबकि एक वर्ष से इस पर काम चल रहा है. गया में ओवर हेड टंकी का निर्माण नहीं होना है. पहाड़ क्षेत्र होने के नाते यहां ऊंची जगहों पर अंडरग्राउंड छह टंकी का निर्माण करना है. जिसमें पांच पर काम भी चल रहा है.

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