पटना: इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिकल प्रथम व दूसरे वर्ष के छात्रों ने प्रशासनिक खंड में काम करनेवाले एलडीसी कर्मी (सुदामा लोहरा) को दोपहर में इतना मारा कि उसे सीसीयू में भरती कराया गया.
सुदामा ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट करने व पैसे ले जाने का आरोप लगाते हुए शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सुदामा ने पीटनेवाले छात्रों को पहचानने का दावा किया है. उसने कहा कि छात्रों ने मुङो डंडे से मारा और जमीन पर पटक दिया. संस्थान प्रशासन ने कहा है कि उस छात्र की पहचान सामने से करायी जायेगी. इसके बाद ही कार्रवाई की जायेगी. इस बीच, संस्थान के निदेशक ने मेडिकल कॉलेज की सभी कक्षाएं अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी हैं. साथ ही सभी छात्रों को शुक्रवार की सुबह नौ बजे तक हॉस्टल खाली करने को कहा गया है.
फाइल को लेकर विवाद : हंगामा सुबह साढ़े बारह बजे पहली बार हुआ. एमबीबीएस छात्रों के मांगने पर कर्मचारियों ने फाइल देने से मना कर दिया. इसे लेकर छात्र व कर्मचारी आपस में भिड़ गये. मामले की खबर संस्थान प्रशासन को मिली और उसके बाद मेडिकल अधीक्षक ने छात्रों को समझाया. लगा कि मामला शांत हो गया. कर्मचारी काम करने चले गये, छात्र हॉस्टल चले गये, लेकिन सवा तीन बजे सैकड़ों छात्र प्रशासनिक खंड में आकर कर्मियों को लात-घूसों से मारना शुरू कर दिया. परिसर में अजीब-सा माहौल हो गया. कभी छात्र दौड़ते हुए आते, तो कभी कर्मचारी. पुलिस परिसर में पहुंची. छात्रों को जब पुलिस ने खदेड़ा, तो वे हॉस्टल की तरफ भाग गये. इस दौरान दोनों तरफ से पत्थर भी चले, लेकिन छात्रों की संख्या अधिक थी, जिससे कर्मचारियों को भागना पड़ा. हंगामा देर रात तक चलता रहा. उधर, मेडिकल छात्रों ने बताया कि सुदामा ने ही एक छात्र से मारपीट की. कर्मचारी हमेशा हमलोगों के साथ ऐसा करते हैं. रजिस्ट्रेशन कराने जाते हैं, तो हमें लाइन में घंटों खड़ा रहना पड़ता है. किसी काम के लिए जानबूझ कर दौड़ाते हैं.