इसके साथ ही भारतमाला मधुबनी के उमगांव से शुरू होकर भेजा, सहरसा के महिषी, बरियाही, सहरसा तक नेशनल हाइवे का निर्माण होना है. इस सड़क को 327ए से जोड़ना है. अभी यह सड़क कहीं-कहीं जिला सड़क भी है. एनएचएआइ इसका डीपीआर तैयार करा रही है. सड़क की लंबाई 160 किलोमीटर है. बताया गया कि भारतमाला धार्मिक संपर्क योजना के तहत उच्चैठ भगवती स्थान से बासोपट्टी, बेनीपट्टी, रहिका, मधुबनी, रामपट्टी,अवाम, लऊफा, भेजा, सुपौल, महिषी, सहरसा के बीच एनएच बनाने का प्रस्ताव था. विभाग ने इसमें अवाम से मधेपुर-गंडौल को जोड़ते हुए एनएच बनाने का प्रस्ताव दिया. अब सड़क की लंबाई 180 किलोमीटर होगी.
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बनेंगे दो नये पुल, जुड़ेंगे कोसी और मिथिलांचल के इलाके
पटना: कोसी नदी में नये पुल के निर्माण से कोसी व मिथिलांचल का इलाका जुड़ेगा. मधुबनी के भेजा के समीप नया पुल बनेगा. नये पुल के निर्माण के लिए एजेंसी का चयन अगले साल मार्च तक होने की संभावना है. दूसरा कोसी नदी में फुलौत में पुल का निर्माण होना है. कोसी में फुलौत में […]
पटना: कोसी नदी में नये पुल के निर्माण से कोसी व मिथिलांचल का इलाका जुड़ेगा. मधुबनी के भेजा के समीप नया पुल बनेगा. नये पुल के निर्माण के लिए एजेंसी का चयन अगले साल मार्च तक होने की संभावना है. दूसरा कोसी नदी में फुलौत में पुल का निर्माण होना है. कोसी में फुलौत में बननेवाले फोर लेन का निर्माण सड़क मंत्रालय द्वारा होना है जबकि मधुबनी जिले के भेजा में बननेवाले पुल का निर्माण एनएचएआइ करायेगी. प्रधानमंत्री पैकेज के तहत पुल के निर्माण की योजना शामिल है.
4236 किमीटर सड़कें बनेंगी
पटना. राज्य में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए सड़कों का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो पाया है. बाढ़ग्रस्त इलाकों में पानी उतरे दो माह बीत गये, अब तक मामला ग्रामीण सड़कों से जुड़ा पीएमजीएसवाइ का मामला हो या नेशनल हाइवे और राजकीय पथों की, सबकी हालत जस की तस है. बाढ़ से सबसे अधिक सड़क व पुल-पुलियों को नुकसान सीमांचल के चार जिलों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया व अररिया में हुआ था. इन जिलों में 900 से अधिक सड़कों वे 300 से अधिक पुलियों का निर्माण होना है. पिछले दिनों ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने इन जिलों का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की थी. ग्रामीण कार्य विभाग की 3119 सड़कें बाढ़ के दौरान सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयी. विभाग के आकलन के अनुसार बाढ़ में 4236 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयी. 484 पुलिया व 51 पुल तथा 45 एप्रोच रोड क्षतिग्रस्त हो गया. सड़कों के निर्माण पर 984 करोड़ तथा 843 करोड़ खर्च होगा.
एनएच और एसएच की मरम्मत दिसंबर तक
पथ निर्माण विभाग ने दावा किया है कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए नेशनल हाइवे और राजकीय पथों के मरम्मत का कार्य 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा. बाढ़ से 13 जिलों की लगभग दो सौ से अधिक सड़कें क्षतिग्रस्त हुई थी. विभाग के 16 प्रमंडलों में सबसे अधिक अररिया डिविजन में 27 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई. इसके बाद पूर्वी चंपारण में 23 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई. विभागीय सूत्र के अनुसार लगभग 700 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई. इसकी मरम्मत पर लगभग एक हजार करोड़ खर्च का अनुमान है.
सीमांचल की 906 सड़कें क्षतिग्रस्त बाढ़ से सीमांचल के चार जिलों में 906 सड़कें तथा 10 पुल व 333 पुलिया क्षतिग्रस्त हो गयी हैं. इससे लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है. विभागीय मंत्री ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सड़क निर्माण में तेजी लाने के लिए पीएमजीएसवाई की तर्ज पर एकीकृत टेंडर करें ताकि जल्द काम शुरू
हो सके.
मधुबनी आैर मधेपुरा में बनेंगे पुल
कोसी नदी में दो नये पुल का निर्माण होना है. मधुबनी जिले के भेजा व मधेपुरा जिले के फुलौत में बनने वाले पुल के लिए मार्च तक एजेंसी का चयन हो जायेगा. पीएम पैकेज के तहत दोनों पुल का निर्माण किया जायेगा.
नंद किशोर यादव, पथ निर्माण मंत्री
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