पटना : गांधी जयंतीकेअवसरपर सोमवार को अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर परिसर में स्थित 5000 लोगों की क्षमतावाला बापू सभागार व बेली रोड में तैयार बिहार संग्रहालय का उद्घाटन होगा. बापू सभागार व बिहार मयूजियम को फिनिशिंग करने में देर रात तक कारीगर जुटे रहे. अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर (ज्ञान भवन) के अंदर बापू सभागार बना है. यह सभागार राज्य का सबसे बड़ा सभागार है.
इसके पहले श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल की क्षमता मात्र 1900 के करीब है. बापू सभागार के निर्माण का कार्य नवंबर 2013 में प्रारंभ हुआ था जो अब जाकर पूरा हुआ है. पूरे कन्वेंशन सेंटर की लागत परीक्षा 500 करोड़ आयी है. इसे अहलूवालिया कंस्ट्रक्शन ने बनाया है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी सभागार में दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अभियान की शुरुआत करने के साथ ही इसका उद्घाटन भी करेंगे.
वहीं, पटना म्यूजियम की 3172 कलाकृतियों को बिहार संग्रहालय लाया गया है. वर्ष 1764 से पहले के पुरावशेष और कलाकृतियों को बिहार संग्रहालय में लाने का काम 13 सितंबर से ही शुरू हो गया था. बिहार संग्रहालय में अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, क्षेत्रीय कला दीर्घा, समकालीन कला दीर्घा और बिहारी डायस्पोरा दीर्घा का लोकार्पण आज शाम चार बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कला व संस्कृति विभाग के मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि करेंगे.
मंत्री कृष्ष्ण कुमार ने बताया कि पटना म्यूजियम में ऐतिहासिक महत्व की 43946 कलाकृतियां हैं. इन्हीं में से कुछ कलाकृतियों को बिहार संग्रहालय में लाया गया है. पटना म्यूजियम से लाई गयी विश्व प्रसिद्ध दीदारगंज यक्षिणी को भी कला दीर्घा में ही रखा गया है. चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के अवसर पर दो से छह अक्तूबर तक चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. इसमें जाने-माने चित्रकार प्रकाश मयंती, हिम्मत शाह, प्रभाकर कोलते, सुब्रतो गंगोपाध्याय सहित 34 कलाकार शामिल होंगे. यह प्रदर्शनी तीन अक्तूबर से आमजन के लिए खुली रहेगी.