VIDEO में देखिए, अपने रोमांटिक नज्मों से यू ट्यूब पर धमाल मचा रहे हैं पटना के नीलांशु रंजन

पटना : बिहार की राजधानी पटना के एक वरिष्ठ लेखक और टीवी पत्रकार की नज्मों को सोशल मीडिया और यू ट्यूब पर काफी लोग पसंद कर रहे हैं. संवेदना और सरोकार के साथ सार्थक पत्रकारिता की एक लंबी पारी खेल चुके इस शख्स ने कई किताबों की रचना के साथ अब नज्म के जरिये लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2017 1:54 PM

पटना : बिहार की राजधानी पटना के एक वरिष्ठ लेखक और टीवी पत्रकार की नज्मों को सोशल मीडिया और यू ट्यूब पर काफी लोग पसंद कर रहे हैं. संवेदना और सरोकार के साथ सार्थक पत्रकारिता की एक लंबी पारी खेल चुके इस शख्स ने कई किताबों की रचना के साथ अब नज्म के जरिये लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं. जी हां, इनका नाम है नीलांशु रंजन. नीलांशु रंजन पेशे से पत्रकार हैं, लेकिन दिल से शायर और उम्दा लेखक भी. नीलांशु रंजन वह शख्स हैं, जिनमें पत्रकारिता रची-बसी है और जो टीवी चैनल्स पर राजनेताओं के साथ टॉक शो में गरमा-गरम बहस कर चुके हैं. उन्होंने हाल के दिनों में रोमांटिक नज्मों की एक लड़ी पेश की है, जिसे काफी लोग पसंद कर रहे हैं, खासकर युवा. उनकी नज्मों में किसी की मुस्कुराहट को सूफियाना व शायराना बताने के साथ उसकी तुलना चांद की खुबसुरती के साथ करने की बहुत ही सुंदर प्रवृति सी दिखती है.

नीलांशु की नज्मों में अलग-अलग बिंब एक साथ देखने को मिलते हैं. नज्मों की गहराई यह सोचने पर मजबूर करती है कि राजनीति की ठोस धरातल से निकलकर सीधा अदब की मुलायमजमी पर आखिर कैसे उतरते हैं नीलांशु. इससे पूर्व, ईटीवी में उनकी राजनीतिक रिपोर्टों को देखते हुए और ईटीवी के चर्चितटॉकशो आमने-सामनेऔर चुनाव मैदान से सरीखे कार्यक्रमों में राजनेताओं से गरमा गरम बहस करते हुए जिन्होंने भी उन्हें देखा है, या फिर जिन्होंने उनके राष्ट्रीय दैनिकअखबारों के संपादकीय पन्नों पर राजनीतिक विश्लेषण से लैस उनके ढेर सारे लेखों को पढ़ा है ,वे कभी सोच भी नहीं सकते थे कि वह नज्मों के माध्यम से प्यार व मुहब्बत की भी बात बड़ी नज़ाकत से कर सकते हैं. कई क्षेत्रिए चैनलों पर हाल तक उनका राजनीतिक बातचीत का शो सिर्फ सच आता था और राजनेताओं से बहस करते जो तेवर उनके तेवर दिखाई पड़ते थे, वह नज्म की रूप से बिल्कुल अलग थे. आप भी सुने उनके कुछ नज्म.

नीलांशु ने इसी साल पांच फरवरी को अपनी नज्मों का पहला अलबम नज़्म-ए-नीलांषुअजीम शायर राहत इंदौरी के हाथों रिलीज हुआ. नीलांशु की नज्मों की विडियो फिल्म बनी और यह पूरे देश में एक नायाब प्रयोग था. जब लोग अपनी कविताओं,गजलों व नज्मों का संग्रह किताब के रूप में निकालते हैं, नीलांशु रंजन ने अपनी नज्मों का अलबम लाया और जब लोगों ने उनकी बेहतरीन व दिलकश आवाज में उनकी नज्मों को पर्दे पर देखा-सुना तो लोग एकबारगी दंग रह गये. यहां तक कि मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भी कहना पड़ा कि वे नीलांशु रंजन को महज पत्रकार के रूप में जानते थे, उनके दूसरे आयाम का खुलासा तो आज हुआ.

अब तक उन्होंनेलगभगसौ नज्में लिखी हैं और यह सारी नज्में उन्होंने महज पिछले तीन साल में लिखा है. अब तो वेगजलें भी लिख रहे हैं. उनकी नज्में रोमांस व मुहब्बत से लबरेज हैं और जब उनकी आवाज में वे नज्में गूंजती हैं तो माशाल्लाह किसी को भी अपनी ओर खींच ले. इस तरह की कई-कई नज्में हैं नीलांशु रंजन की. अभी इनकी नज्मों का एक संग्रह भी दिसंबर तक आ रहा है और इस संग्रह की भूमिका राहत इंदौरी लिख रहे हैं. हाल में जानी मानी गायिका कविता सेठ ने भी इनकी नज्मोंको यू ट्यूब पर सुना औरइन्हेंफोन कर बधाई दी है. कविता सेठ ने इनकी नज्मों को सराहा है.इतनाही नहीं नीलांशु कीनज्मोंको बहुत जल्दबॉलीवुडमें जगहमिलने वाली है.

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