पटना: गंगा पाथ-वे से कनेक्टिविटी देने के लिए गंगा किनारे शहर में जगह-जगह सर्विस रोड तैयार होगा. सर्विस रोड तैयार करने के लिए सरकार ने 33 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी है. साढ़े 21 किलोमीटर गंगा पाथ-वे में छह जगहों पर अंडरपास बना कर कनेक्टविटी दी जायेगी. इसके लिए एलसीटी घाट, ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट, कृष्णा घाट, कंगन घाट व पटना घाट में अंडरपास का निर्माण होना है.
अंडरपास के जरिये शहर की भीतरी सड़क को जोड़ा जायेगा, ताकि लोगों को गंगा पाथ-वे का लाभ मिल सके. गंगा किनारे से एलसीटी घाट व ए एन सिन्हा संस्थान के समीप अशोक राजपथ से जोड़ने के लिए नया सर्विस रोड तैयार होगा. कृष्णा घाट में पहले से बनी सड़क को दुरुस्त कर उसे पूरा करना है.
दो फेज में होना है गंगा पाथ-वे का निर्माण
गंगा पाथ-वे का लाभ लोगों को शीघ्र मिले, इसके लिए दो फेज में निर्माण पूरा करने की योजना है. बिहार राज्य पथ विकास निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पहले फेज में कृष्णा घाट तक गंगा पाथ-वे को कंपलीट कर चालू करने की योजना है. जून 2018 तक गंगा पाथ-वे को कृष्णा घाट तक पूरा कर लिये जाने की संभावना है. दीघा से ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक 5़ 9 किलोमीटर बांध तैयार कर सड़क निर्माण होना है. इसके बाद कृष्णा घाट तक एलिवेटेड रोड तैयार कर उसे चालू किया जायेगा. दूसरे फेज में कृष्णा घाट से एलिवेटेड रोड तैयार कर उसे कच्ची दरगाह में बननेवाले छह लेन पुल के साथ कनेक्टिविटी दी जायेगी. निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सर्विस रोड तैयार करने के लिए सरकारी जमीन उपलब्ध होने से सड़क निर्माण काम में बाधा नहीं होगी. गंगा पाथ-वे पर आवागमन को चालू करने के लिए शहर की भीतरी सड़कों के साथ उसकी कनेक्टिविटी होना आवश्यक है. दीघा से कृष्णा घाट तक कनेक्टिविटी देने के लिए एलसीटी घाट, ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट व कृष्णा घाट को अशोक राजपथ से जोड़ा जायेगा.