औरंगाबाद. पटना व रांची से आयी एनआइए की टीम ने बुधवार को औरंगाबाद के अंबा थाना क्षेत्र के देवरा व महसू गांव में अलग-अलग दो घरों में सघन छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने जेल में बंद हार्डकोर नक्सली विनय यादव व उसके दामाद पप्पू यादव की बेनामी संपत्ति को खंगाला. छापेमारी का दौर अहले सुबह से दोपहर तक जारी रहा. एनआइए की छापेमारी टीम में नवीनगर के सर्किल इंस्पेक्टर वीरेंद्र प्रसाद यादव, मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर विजय सिंह व अंबा थानाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह समेत दर्जनों पुलिस के जवान शामिल थे.
अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान विनय यादव के घर से सस्पेक्टेड मोबाइल व पप्पू यादव घर से एक डायरी बरामद की गई है. टीम में शामिल अधिकारियों ने आवश्यक कार्रवाई करने के लिए मोबाइल फोन व डायरी अपने साथ लेकर चले गये हैं. पूरी जानकारी स्पष्ट नहीं हो सकी है.
वहीं दूसरी ओर बुधवार को बिहार एनआइए की टीम ने माओवादी के सबजोनल कमांडर अभिजीत यादव और रामप्रसाद यादव के पलामू जिले के घर में सघन छापेमारी की. एनआइए की टीम दोनों माओवादियों के घर में विभिन्न दस्तावेजों को खंगाल रही थी. माओवादी अभिजीत यादव छतरपुर थाना क्षेत्र के बंधुडीह गांव का रहने वाला है. जबकि, रामप्रसाद यादव छतरपुर थाना क्षेत्र के बगैया गांव का है. झारखंड सरकार ने टॉप माओवादी अभिजीत यादव पर 10 लाख व रामप्रसाद यादव पर पांच लाख का इनाम रखा था. चार महीने पहले बिहार के गया से एसटीएफ ने अभिजीत यादव को गिरफ्तार किया था. वहीं पांच माह पहले पलामू पुलिस ने प्रसाद यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है.
अभिजीत के बेटी ने बताया कि सुबह सात बजे चार पहिया वाहन से कुछ लोग पहुंचे थे और सीधे उनके घर में घुस गये. घर के हर कमरे की तलाशी ली. बताया जा रहा कि एनआइए की टीम अभिजीत की पत्नी को तलाश रही थी. परिजनों द्वारा टीम को बताया गया कि वह बीमार है और मेदिनीनगर इलाज कराने गयी है. जिसके बाद एनआइए की टीम ने माओवादी अभिजीत के भाई सहवीर यादव से कागजात पर हस्ताक्षर कराये.
Also Read: बिहार में सोन पुल के पिलर और दीवार के बीच फंसा किशोर, दो दिन से था लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
अभिजीत के घर के बाद एनआइए की टीम रामप्रसाद यादव के घर बगैया पहुंची और करीब एक घंटे तक वहां छापामारी की. वहां कई दस्तावेज भी मिले है. परिजनों से जानकारी प्राप्त करने के बाद दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी कराये. टीम के साथ जिला महिला पुलिस भी शामिल थी. मालूम हो कि अभिजीत यादव के खिलाफ ईडी ने भी पहले कार्रवाई की है. उसके करोड़ों की संपत्ति को जब्त किया है. बिहार एनआइए की छापेमारी में पलामू के छतरपुर थाना की पुलिस भी सहयोग कर रही है.
अभिजीत यादव और रामप्रसाद यादव पर झारखंड, बिहार में 70 से भी अधिक नक्सल हमलों को अंजाम देने का मामला दर्ज है. इन दोनों के हमलों में 30 से भी अधिक जवान शहीद हुए थे. वर्ष 2016 में बिहार के औरंगाबाद और गया सीमा पर हुए नक्सल हमले में कोबरा के 10 जवान शहीद हुए थे. इस हमले में भी अभिजीत यादव और प्रसाद यादव शामिल थे. वहीं 2016-17 में पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के कालापहाड़ में लैंडमाइंस विस्फोट में पुलिस के सात जवान शहीद हुए थे, इस घटना में भी ये दोनों शामिल थे. अभिजीत यादव माओवादियों का जोनल कमांडर था, गिरफ्तारी से पहले माओवादियों ने उसे स्टेट एरिया कमेटी का सदस्य बनाया था. जबकि, रामप्रसाद यादव माओवादियों का सब जोनल कमांडर था.