नवादा : बरौनी स्टेशन से 27 दिसंबर को गंगासागर एक्सप्रेस में जीआरपी को मिलीं तीन मासूम बच्चियों के परिजनों की जानकारी मिल गयी है. ये तीनों नवादा की हैं. इन्हें ट्रेन में छोड़ने के मामले में जो खुलासा हुआ है, उसके मुताबकि, संभवत: इन बच्चियों को इनकी मां के एक प्रेमी ने ही ट्रेन में छोड़ कर इनसे पीछा छुड़ाने की कोशिश की है.
हालांकि इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो पायी है. प्रभात खबर में गुरुवार को बच्चियों की तसवीर के साथ खबर छपने के बाद इनके परिवारवालों के बारे में पता चल सका है.
प्रोफेसर कॉलोनी की हैं बच्चियां : शहर के मिर्जापुर लाइन पार स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में दो नंबर गली में इन मासूम बच्चियों का घर है. इनके पिता का नाम नंदकिशोर विश्वकर्मा है.
फिलहाल, नंदकिशोर की हालत यह है कि वह पत्नी व बच्चियों के बिछुड़ने के गम में शराबी बन गया है. इस मामले में जो खुलासा हुआ है उसके अनुसार, नंद किशोर की पत्नी रिंकू देवी एक साल से राहुल राज नामक युवक से प्रेम-प्रसंग में लिप्त थी. राहुल का घर सदर प्रखंड के देदौर गांव में है. वह रिंकू देवी के घर के पास ही मोबाइल की दुकान चलाता था.
पता चला है कि रिंकू प्रेमी के प्रेम जाल में पूरी तरह फंस कर दूसरी बार घर से भागी है. कार्तिक में पहली बार वह प्रेमी के साथ घर से भागने के पहले तीनों बच्चियों को जहर देकर मारने का भी प्रयास की थी. परंतु, बड़ी बेटी नंदिनी को पता चल गया और वह जहरवाले खाने को फेंक दी. इसके बाद उसने यह बात मुहल्ले के लोगों को भी बता दिया. पता चला है कि तब मुहल्लेवालों ने महिला (रिंकू) व उसके प्रेमी की जम कर पिटाई भी की थी. इसके रिंकू में कोई बदलाव नहीं दिखा.