बिहारशरीफ : मार्च से ताड़ी उत्पादन नहीं होगा. इस व्यवसाय से जुड़े लोग सिर्फ नीरा का उत्पादन करेंगे. इसके लिए ताड़ी उत्पादन से जुड़े लोगों को दो चरणों में ट्रेनिंग दी जायेगी. पहली चरण की ट्रेनिंग जनवरी के अंतिम में पूरी कर लेना है. दूसरे चरण की ट्रेनिंग फरवरी में शुरू होगा. डीएम डाॅ त्यागराजन ने नीरा उत्पादन से संबंधित बैठक में उक्त बातें कहीं. सोमवार को नीरा उत्पादन से संबंधित कलेक्ट्रेट में बैठक की गयी. डीपीएम जीविका डाॅ संतोष कुमार ने बताया कि अभी तक जिले में इस व्यवसाय से जुड़े 444 लोगों को चिह्नित किया गया.
इनके ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है.डीएम ने सर्वे को पूरी सघनता के कराये जाने को कहा ताकि एक भी परिवार छूटे नहीं. पासी समाज के प्रतिनिधि हरेंद्र चौधरी ने डीएम से आग्रह किया कि इस कार्यक्रम के लिये व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाये. लोगों को पूरी तरह से नीरा उत्पादन के लिए ट्रेड किया जाये. साथ ही, मार्केटिंग की भी व्यवस्था होने से लोगों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में काफी विकास होगा. डीएम ने उनसे आग्रह किया कि इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की सूची तीन दिनों में डीपीएम को मुहैया कराएं.
डीपीएम जीविका को डीएम ने कहा कि अपने प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधकों से ऐसा प्रमाणपत्र ले कि कोई भी व्यक्ति जो इस व्यवसाय से जुड़ा है छूटे नहीं. जिन क्षेत्रों में इस व्यवसाय से लोगों की सधन आबादी है उस पर विशेष ध्यान दें. अगले सीजन से उत्पादित नीरा के उपयोग,प्लांट तक कोल्ड चेन बनाकर भेजने व उसके मार्केटिग की भी प्लान बनाने को कहा. इस मौके पर उद्योग विभाग के जीएम,आत्मा परियोजना निदेशक इस्माइल, डीपीआरओ लाल बाबू सिंह आदि मौजूद थे.