14 दिनों तक चलाया गया विशेष अभियान
Advertisement
जिले में मिले कुष्ठ के 1057 संदिग्ध मरीज
14 दिनों तक चलाया गया विशेष अभियान अब होगी संदिग्ध मरीजों की कन्फर्म जांच बिहारशरीफ : लेप्रोसी डिडेक्शन केस कंपेन अभियान के तहत नालंदा जिले में कुष्ठ के 1057 संदिग्ध मरीजों की पहचान की गयी है. नालंदा जिले को लेप्रोसी मुक्त बनाने के उद्देश्य से राज्य कुष्ठ निवारण विभाग के निर्देशानुसार जिले में सघन रूप […]
अब होगी संदिग्ध मरीजों की कन्फर्म जांच
बिहारशरीफ : लेप्रोसी डिडेक्शन केस कंपेन अभियान के तहत नालंदा जिले में कुष्ठ के 1057 संदिग्ध मरीजों की पहचान की गयी है. नालंदा जिले को लेप्रोसी मुक्त बनाने के उद्देश्य से राज्य कुष्ठ निवारण विभाग के निर्देशानुसार जिले में सघन रूप से 14 दिनों तक विशेष खोज अभियान चलाया गया . लेप्रोसी डिडेक्शन केस कंपेन अभियान जिले में 28 मार्च से लेकर 10 अप्रैल 2016 तक चलाया गया.
तीन लाख 27 हजार से अधिक घरों में चला अभियान
जिले को कुष्ठ मुक्त बनाने के उद्देश्य से चलाये अभियान के दौरान जिले के तीन लाख 27 हजार 572 घरों में कुष्ठ खोज अभियान दलों के सदस्यों ने दस्तक दी. इन घरों के प्रत्येक सदस्य की जांच की गयी. खोजी दल के सदस्यों ने होम सर्च अभियान के दौरान घर के सदस्यों के शरीर के विभिन्न अंगों की जांच की. जांच के दौरान इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया कि शरीर के किसी भाग में तांबे रंग का दाग या उसमें सुनापन तो नहीं है.
जिन व्यक्तियों में खोजी दल उक्त लक्षण पाये . वैसे लोगों को कुष्ठ के संदिग्ध मरीजों की श्रेणी में रखा. दल के सदस्यों ने अभियान के दौरान कुल 16 लाख 75 हजार 299 व्यक्तियों की जांच की. जिसमें से 1057 व्यक्तियों में कुष्ठ बीमारी के प्रारंभिक लक्षण पाये गये. इन संदिग्ध मरीजों की सूची बनाकर खोजी दल के सदस्यों ने संबंधित पीएचसी एवं जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी को उपलब्ध करायी.
लेप्रोसी खोज अभियान में 3868 दल लगाये गये थे
अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के उद्देश्य से जिले में 3868 खोजी दल लगाये गये थे. जिसमें से 1934 आशा एवं 1934 पुरुष वोलियंटर शामिल थे. आशा कार्यकर्ता अभियान के दौरान महिलाओं एवं पुरूष खोजी दल के सदस्य पुरुषों की जांच -पड़ताल की. यह अभियान जिले के कुल 17 प्रखंडों में सघन रूप से चलाया गया. राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी कुष्ठ विभाग के डा.ॅ विजय पांडेय के दिशा निर्देश के आलोक अभियान चलाया गया. राज्य कुष्ठ निवारण विभाग की ओर से ही जिले के 17 प्रखंडों के नाम चयनित किये गये थे.
आज से होगी संदिग्ध मरीजों की जांच
लेप्रोसी केस डिडेक्शन कंपेन अभियान के दौरान खोजी दलों द्वारा चिंहित किये संदिग्ध मरीजों की कंफर्म जांच सोमवार से की जाएगी. इसके लिए राज्यस्तरीय चार मेडिकल टीमों का गठन किया गया है. चिकित्सा पर्यवेक्षक उमेश प्रसाद ने बताया कि गठित टीमों में शामिल चिकित्सक ही लेप्रोसी के संदिग्ध मरीजों की जांच पीएचसी स्तर पर करेंगे. चिहिंत संदिग्ध मरीजों को प्रथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लाने की जिम्मेवारी संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं पारा मेडिकल वर्करों की अहम जिम्मेवारीे सौंपी गयी है.
इन प्रखंडों में चला खोज अभियान
लेप्रोसी केस डिडेक्शन कंपेन अभियान जिले के 17 प्रखंडों में चलाया गया. स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (कुष्ठ)डा.ॅ विजय कुमार पांडेय के निर्देशन में यह अभियान 28 मार्च से 10 अप्रैल तक चला. जिसमें से जिले के चंडी,एकंगरसराय,हरनौत,हिलसा,इस्लामपुर, रहुई,राजगीर,सरमेरा,बिंद,करायपरशुराय,परबलपुर,थरथरी, नगरनौसा,बेन एवं सिलाव पीएचसी शामिल हैं. इन्ही पीएचसी के अंतर्गत तीन लाख 27 हजार से अधिक गांवों में खोज अभियान चलाया गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement