मुजफ्फरपुर: नक्सली हाडकोर व जेल में बंद मुसाफिर सहनी का पुत्र बबलू उर्फ रोहित सहनी के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कुछ राहत की सांस ली है. बबलू की गिरफ्तारी से कई नक्सली घटनाओं का खुलासा हुआ है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार बबलू ने फकूली में हुई हत्या एवं करजा थाना के बरौना में ईंट भट्टा पर हमला करने के मामले में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. पुलिस के हत्थे मुसाफिर सहनी के चढ़ने के बाद बबलू ने उत्तर बिहार जोनल कमेटी के कमांडर के रूप में कार्यभार संभाल लिया था. बबलू के ऊपर नक्सलियों ने संगठन की बड़ी जिम्मेदारी सौंप थी.
जैतपुर ओपी के नया रोड चौक पर एयरटेल टावर जलाने के मामले में भी बबलू शामिल था. विगत दिनों देवरिया थाना क्षेत्र के मेला गाछी में शहीदी मेला का शुभारंभ भी बबलू के ही देखरेख में शुरू हुआ था. खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने मेला में छापेमारी कर बबलू सहित उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया था.
हालांकि, बबलू के पास से ही हथियार व नक्सली साहित्य बरामद हुआ. पुलिस व विभिन्न खुफिया एजेंसियों के सदस्य अलग-अलग टीम बनाकर गिरफ्तार सभी नक्सलियों से कड़ी पूछताछ कर रही है. नक्सलियों की चुनाव में भी व्यावधान पहुंचाने की प्लानिंग थी. बरामद नक्सली साहित्य के अनुसार उत्तर बिहार के कई राजनेता व पुलिस अधिकारी भी नक्सलियों के निशाने पर है. इधर, पुलिस के अधिकारी अनुसंधान बाधित होने के डर से गिरफ्तार नक्सलियों के बारे में कुछ बताने से साफ इनकार रहे है.