मुजफ्फरपुर : जिले में ताड़ व खजूर के पेड़ से नीरा उतारने के लिए उत्पाद विभाग में बीते चार दिनों में लाइसेंस के लिए 3100 लोगों ने उत्पाद थाने में आवेदन जमा किया गया. इसमें से 2200 लोगों को भौतिक सत्यापन के लिए पेड़ पर चढ़ाकर जांच किया गया आवेदन की जांच व भौतिक सत्यापन की जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 800 लोगों का लाइसेंस विभाग द्वारा निर्गत किया जा चुका है. जिसे सोमवार से आवेदकों में बांटा जायेगा.
वर्तमान में जांच के लिए मोतीपुर, सकरा, सरैया व छाता चौक स्थित अबकारी थाने को केंद्र बनाया गया है. इसमें सफल आवेदकों को नीरा उतारने का लाइसेंस विभाग देगी. अब तक चार दिनों में चारों केंद्र से करीब 3100 आवेदन जाम हुए है. उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु ने बताया कि जिले में नीरा के उत्पाद बाजार में जल्द मिलेगा. विभाग इसके उत्पादन के लिए टैपरों की जांच में जुटी है. इसे पूरा होते ही टैपरों को नीरा उतारने का लाइसेंस दिया जाएगा.
रविवार को करीब 800 लोगों के नाम से लाइसेंस निर्गत कर दिया गया है. जिसे सोमवार से आवेदकों के बीच बांटा जायेगा. जिले में बनाये गये चारों केंद्रों में उत्पाद विभाग के अधिकारी की तैनाती की गयी है. मोतीपुर केंद्र पर उत्पाद दारोगा नीलकमल मिश्रा, सकरा में दारोगा रामेश्वर टूड्डू, सरैया में निरीक्षक मनोज कुमार और अबकारी थाने पर दारोगा रश्मि आनंद को आवेदन लेने व टैपरों की जांच के लिए प्रतिनियुक्त किया है. मालूम हो कि सूबे में सिर्फ नीरा के प्रोसेसिंग के लिए चार यूनिट है. भागलपुर, गया, हाजीपुर व बिहार शरीफ में यूनिट चल रहा है. स्थानीय टैपरों को वर्तमान में नीरा से गुड़ बनाकर बेचना है. दूसरी ओर उन्होंने बताया कि जांच के दौरान टैपरों को नीरा के रख-रखाव से लेकर उत्पादन विधि तक के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसे पेड़ से उतारने के बाद आइस बॉक्स में रखना है.