मुजफ्फरपुर : नव वर्ष के पहले दिन शहर में एक आेर युवाओं का रेला, तो दूसरी ओर परिवार के साथ घूमते रहे लोग. रेस्टोरेंट के बाहर गर्मागर्म जलेबियों का स्टॉल. नये वर्ष के उल्लास में नोटबंदी का असर नहीं. एक तरफ मंदिरों में भीड़ तो दूसरी ओर रेस्टोरेंट हाउसफुल. लंच लेना है तो कुर्सियां खाली होने तक इंतजार करने की मजबूरी. रविवार की दोपहर 12 बजे के बाद शहर नये वर्ष के जश्न में डूबने लगा था. जैसे-जैसे शाम ढली, बाजार में लाेगों की भीड़ भी बढ़ती गयी.
जिधर से गुजरिये जाम ही जाम. कच्ची पक्की से हाथी चौक, छोटी कल्याणी से हरिसभा, हरिसभा से क्लब रोड, कल्याणी, अघोरिया बाजार में वाहनों की लंबी कतार. लेकिन नये साल की मस्ती में कमी नहीं. शाम में आलम यह था कि जुब्बा सहनी पार्क में प्रवेश करना मुश्किल था. पानी टंकी चौक से ही वहां पहुंचने के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ी. ऑडिटोरियम के पास से पार्क के अंदर प्रवेश के लिए लोगों का लंबा कारवां. पार्क के अंदर भी सैकड़ों लोगों का रेला. भीड़ इतनी अधिक थी कि परिवार के साथ आने वाले काफी लोग बाहर से ही लौट गये. पार्क के बाहर फास्ट फूड की दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ रही. शाम से लेकर रात तक लोग एक जनवरी की मस्ती में डूबे रहे.