मुजफ्फरपुर : छठ के बाद परदेसियाें के लौटने का सिलसिला एक बार जोर-शोर से शुरू हो गया है. जंकशन पर अचानक दो दिनों से यात्रियों की भीड़ बढ़ गयी है, लेकिन रेलवे की तरफ से जो सुविधाएं दी जानी चाहिए थी. उससे रेलवे हाथ खींच लिया है. यात्री टिकट से लेकर ट्रेन पर चढ़ने तक के लिए भटकते रहते हैं. धक्का-मुक्की खा ट्रेनों पर चढ़ते हैं. जिसकी चिंता रेलवे के किसी भी अधिकारी को नहीं है. भीड़ बढ़ने के बाद भी तीन-तीन यूटीएस काउंटर बंद रह रहे हैं. रिजर्वेशन काउंटर का भी यही हाल है.
पूछताछ काउंटर पर यात्री ट्रेन की जानकारी के लिए बेचैन रहते हैं, लेकिन उन्हें सही जानकारी देने वाला कोई नहीं है. यह हाल पिछले दो दिनों से है. बता दें कि छठ के बाद अचानक 500 व 1000 रुपये के नोटबंदी के फैसला से दीपावली व छठ में आये परदेसियों के लौटने पर ब्रेक लग गया था, तब एक सप्ताह तक भीड़ के मद्देनजर अतिरिक्त रेलवे कर्मियों की ड्यूटी जंकशन पर लगायी गयी थी. सोनपुर मंडल से भी अधिकारियों की टीम यहां लगातार कई दिनों तक कैंप करती रही. इसके अलावा ढ़ाई दर्जन प्रशिक्षु रेल कर्मियों की ड्यूटी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरे जंकशन पर लगायी गयी थी, लेकिन नोटबंदी के बाद भीड़ में अचानक आयी कमी के बाद सोनपुर मंडल की टीम के साथ अन्य सभी अतिरिक्त कर्मियों की ड्यूटी वापस हो गयी थी.