मुजफ्फरपुर: शिक्षा में गुणवत्ता से छात्रों का भविष्य बेहतर होगा. बच्चे वर्ग के अनुरूप दक्षता हासिल करेंगे. शिक्षा में गुणवत्ता का प्रयास सरकार की आवश्यकता है. लेकिन, इसे शिक्षकों द्वारा किया जाना काफी सराहनीय है. यह बातें शनिवार को मुजफ्फरपुर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से दामुचक स्थित जगदीश मिश्र स्मृति भवन सह शैक्षणिक अनुसंधान केंद्र में शिक्षा में गुणात्मक विकास विषय पर आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि शिक्षा विभाग के विशेष सचिव राम संजीवन सिन्हा ने कही.
श्री सिंह ने कहा, यहां के शिक्षकों द्वारा व्यावसायिक दक्षता परियोजना (पीडीपी) पर कार्य किया जाना काफी बेहतर है. शिक्षक यदि समस्या मुक्त होंगे तो उनकी कार्यकुशलता बढ़ेगी. जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने कहा, शिक्षक संघ का यह प्रयास शिक्षा की गुणवत्ता में रंग लायेगा. कार्यशाला में सीखी गई बातें शिक्षकों को विद्यालय में लागू करने का आह्वान किया. क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक श्रीराम सिंह ने कहा, शिक्षकों को विद्यालय में छात्रों को शिक्षा देने से पूर्व खुद ही दक्ष होना चाहिए. तभी बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकते हैं.
शिक्षा में गुणवत्ता की पहल को गुरु गोष्ठी में चर्चा करने की जरूरत है. डीइओ मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने कहा, कार्यक्रम शिक्षा के गुणात्मक विकास में नयी दिशा देगा. यह एक नई शुरुआत है. शिक्षकों में दक्षता व विशेषज्ञता की जरूरत है. शिक्षक बच्चों को उनके नाम से संबोधित करें. डीपीओ एसएसए जियाउल होदा खां, डीपीओ मीना कुमारी, बेतिया के शिक्षक नेता नागेंद्र शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रद्युमन प्रसाद सिंह, महासचिव राज किशोर तिवारी, उप प्रधान सचिव भूप नारायण पांडेय ने विचार रखे. नेता बैद्यनाथ पाठक ने पीडीपी के कार्यकलाप व प्रशिक्षण के बारे में अतिथियों को जानकारी दी. दो दिवसीय प्रशिक्षण का संचालन पीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बैद्यनाथ पाठक बैद्यनाथ पाठक, आनंद कुमार व रवि रंजन ने किया. आगत अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महेंद्र प्रसाद शाही ने किया. कार्यशाला में शिक्षकों की अवधारणा संप्राप्ति, सहभागी शिक्षण, जिग शॉ प्रविधि समेत कई विधियों से लोगों को अवगत कराया गया.