मुजफ्फरपुर: बागमती परियोजना के विस्थापितों ने मुआवजा व आवासीय भूमि की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. औराई प्रखंड के भरथुआ, नया गांव, मधुबन प्रताप , बैधनाथपुर इमलिया सहित आधा दर्जन विस्थापित गांव के ग्रामीणों का कहना था कि अगर उनको निर्धारित अवधि में मुआवजा भुगतान नहीं किया गया तो फिर अनशन करेंगे. ग्रामीणों के अनुसार भुगतान के प्रक्रिया तय रोस्टर से काम काफी पीछे चलने से समय से भुगतान होना मुश्किल है. इस स्थिति में मार्च तक मुआवजा का भुगतान संभव नही है.
भरथुआ के रामगुलाम महतो ने बताया कि पिछल्ले पांच वर्ष से गांव के लोग बांध पर जीवन गुजार रहे है. 400 से अधिक परिवार बांध के बीच फंसे हुए हैं, जिनके लिए जीवन जीना कठिन हो गया है.
यही हाल नया गांव, मधुबन प्रताप, महुआरा, बाड़ा बुजरुग गांव का है. इन गांव की मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया काफी धीमी है. इधर, ग्रामीणों ने बताया कि तटबंध के बीच में आये जनाढ़ स्थित बागमती उच्च विधालय का भूमि अधिग्रहण नहीं होने से पढ़ाई बाधित होने से कई गांव के छात्र व छात्रओं का भविष्य चौपट हो रहा है. ग्रामीणो ने डीएम से शिकायत की है कि औराई में बिचौलिया के माध्यम राजस्व कर्मचारी काम करते हैं. मालगुजारी रसीद कटाने, एलपीसी बनवाने के लिए रिश्वत लिया जाता है.