मुजफ्फरपुर : वरीय अधिवक्ता वीरभद्र प्रसाद नारायण सिन्हा के निधन का शोक अभी ठंडा नहीं हुआ था कि अधिवक्ताओं ने इनके चैंबर पर कब्जे के लिए होड़ मचा दी. जिला बार एसोसिएशन के चैंबर नंबर 11 में श्री सिन्हा प्रैक्टिस किया करते थे. चैंबर पर कब्जा करने वालों में कई पूर्व अधिकारियों के रिश्तेदार हैं. बुधवार को संगठन ने इन अधिवक्ताओं के दावे को निरस्त कर दिया है. इन अधिवक्ताओं के इस काम पर आपत्ति जतायी है.
टीम ने हकीकत को सामने लाने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है. इनमें संगठन के महासचिव सच्चिदानंद सिंह, उपाध्यक्ष जय प्रकाश सहाय और राम नारायण झा को शामिल किया गया है. तीनों लोग पूरे मामले की जांच कर 15 दिनों में संगठन को रिपोर्ट सौंपेंगे. संगठन के सूत्रों का कहना है कि गुपचुप तरीके से लोगों ने चैंबर अपने नाम पर आवंटित करवा लिया था. लेकिन यह सही नहीं है.