मुजफ्फरपुर: डीसीपीएल कंपनी के वरीय अधिकारी योगेश कुमार सिंह ने डीएम व आइजी से सुरक्षा की गुहार लगायी है. डीएम व आइजी को दिये अपने आवेदन में योगेश कुमार सिंह ने कहा है कि स्थानीय विधायक अजीत कुमार की अनुशंसा व दबाव में 40 आदमी को कंपनी में नौकरी देना पड़ा. वे लोग काम नहीं करते है. कंपनी के वरीय अधिकारियों के साथ आये दिन गाली-गलौज करते हैं. इससे काम करने में बाधा उत्पन्न हो रही है. कंपनी का 70 प्रतिशत काम खत्म हो चुका है. काम कम रह जाने से कंपनी कुछ लोगों को हिसाब फाइनल करना चाहती है. लेकिन विधायक यह नहीं होने दे रहे है. इस संबंध में जिलाधिकारी व वरीय पुलिस अधीक्षक को लिखित जानकारी भी दी गयी. लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी. कंपनी के स्टाफ कांटी थर्मल में अपना काम करने जाते है तो विधायक के आदमी प्लॉट के अंदर आ कर धमकी देते है.
कंपनी के कई अधिकारियों ने सात बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत की है. वरीय पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने पिछले 21 मार्च को कांटी थाना को फर्द बयान लेकर कांड दर्ज कराने का आदेश दिया. लेकिन कांटी थानाध्यक्ष ने बार-बार यह कह कर लौटा दिया कि यह उनके क्षेत्र का मामला नहीं है. इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुआ.
इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कांटी थर्मल पावर में कार्यरत डीसीपीएल कंपनी के अधिकारियों के साथ र्दुव्यवहार एवं जान मारने की धमकी देने की शिकायत की है. पत्र में यह भी कहा है कि थर्मल पावर में कार्यरत कंपनियों में अपने आदमियों को काम पर रखवा कर व अवैध धन की मांग करना इनकी नियत बन गयी है. इस संबंध में विरोधी दल के नेता नंद किशोर यादव व सुशील कुमार मोदी को पत्र देकर अवगत कराया है.