मुजफ्फरपुर: यदि आप सदर अस्पताल में इलाज कराने जा रहे हों तो सतर्क रहें. यदि आप ने खुद पर ध्यान नहीं दिया तो आप गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं. जी हां.
यह हाल आइएसओ मानक प्राप्त सदर अस्पताल का है. यहां इस्तेमाल के बाद खुलेआम फे की गयी सूई किसी को भी गंभीर परेशानी में डाल सकती है. यह किसी को चुभ जाये तो हेपटाइटीस बी, एचआइवी व टेटनस जैसी जानलेवा बीमारियों का वह शिकार हो सकता है.
अस्पताल प्रशासन को इससे कोई मतलब नहीं है. इमरजेंसी वार्ड से लेकर आइसोलेशन वार्ड तक बिखरी सूई पर किसी का ध्यान नहीं जाता. पारामेडिकल स्टाफ सूई का उपयोग कर उसे खुले में फेंक देते हैं. शुक्रवार को भी काफी सूई आइसोलेशन वार्ड के पास फेंके पाये गये. हालांकि अस्पताल में समरैंकी की ओर से डस्टबीन की व्यवस्था की गई है. स्टाफ को मानव अंग, सूई या अन्य उपयोग किये पदार्थ डस्टबीन में ही फेंकना है. लेकिन ऐसा नहीं होता.