मुजफ्फरपुर: शमीम हत्याकांड में फरार चल रहे अनिल ओझा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कड़ी मशक्कत कर रही है. छानबीन के दौरान यह मामला सामने आया है कि अनिल ने हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अपने एक रिश्तेदार के ईंट-भट्ठे पर शरण ली थी. यहीं नहीं, कई दिन तक
वह भट्ठे पर छिपा रहा, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी. हालांकि पुलिस की दबिश बढ़ने पर वह अपने रिश्तेदार के यहां से फरार हो गया. बताया जाता है कि वह शहर छोड़ कर नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में शरण ले रखा है. हालांकि पुलिस उसके ठिकानों का पता लगाने में जुटी है. उसके रिश्तेदारों की कुंडली बनायी जा रही है.
यह था मामला
एक अगस्त की शाम पौने पांच बजे छात्र जदयू के नेता शमीम की चार सशस्त्र अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पैदल ही फरार हो गये थे. आक्रोशित छात्रों ने जम कर तोड़-फोड़ करते हुए चाय दुकान व गुमटी को जला दिया था. वहीं इस मामले में मृतक के पिता रहीम खान ने अनिल ओझा व राम कुमार को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 घंटे के अंदर कुर्की की प्रक्रिया को पूरा किया था.