मुजफ्फरपुर: सर, मैंने छह साल पूर्व आयुर्वेद की परीक्षा दी थी. पर आज तक मेरा रिजल्ट नहीं निकला. रिजल्ट जानने के लिए लगातार विवि का चक्कर लगा रहा हूं, पर कोई लाभ नहीं हुआ. थक हार कर मुङो आरटीआइ का प्रयोग करना पड़ा. अब इसी पर मेरी उम्मीद टिकी है.
बुधवार को छपरा निवासी मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने बीआरए बिहार विवि के लोक सूचना के प्रथम प्राधिकार के समक्ष यह गुहार लगायी. मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलपति डॉ रवि वर्मा की अनुपस्थिति में प्रथम प्राधिकार के रूप में सुनवाई कर रहे प्रतिकुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र ने इसकी जांच का निर्णय लिया. इसके लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया, जिसमें अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ एनके सिंह, कुलानुशासक डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव व परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह शामिल हैं. कमेटी को एक माह के भीतर मामले की जांच कर प्राधिकार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
एक अन्य मामला बीपीएस कॉलेज देसरी व अक्षयवट कॉलेज से जुड़ा है. बीपीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ ललितेश प्रसाद व अक्षयवट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ अर्पणा कुमारी सुमन ने विवि से अपने-अपने कॉलेज में अलग-अलग समयों पर हुई जांच का जांच प्रतिवेदन मांगा है. प्राधिकार ने इस मामले में संबंधित अधिकारियों को 22 अगस्त तक मांगी गयी सूचना वादी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
लोक सूचना पदाधिकारी डॉ रघुनंदन प्रसाद सिंह ने कहा कि प्राधिकार की बैठक में कुल 35 मामलों की सुनवाई हुई. इसमें 20 मामलों का निष्पादन किया गया, जबकि 15 मामलों में आदेश पारित किया गया. उन्होंने बताया कि प्राधिकार की अगली बैठक 22 अगस्त को होगी.