मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच फीडर (33 केवीए लाइन) के पेड़ के संपर्क में आ जाने के कारण आग लग गयी. इसके कारण शनिवार को ग्रिड से जुड़े सात पावर स्टेशनों की बिजली नौ घंटे तक बंद रही. दिन के 10 बजे से गुल बिजली रात के सात बजे बहाल हुई. इस बीच लोगों को बिजली व पानी के संकट से जूझना पड़ा. ग्रिड से आपूर्ति ठप रहने से एसकेएमसीएच, गणोश फाउंड्री, जीरोमाइल, बंदरा, मैठी, बोचहां के साथ एमआइटी फीडर से जुड़े एमआइटी, सिकंदरपुर व बैरिया 11 केवीए फीडर की आपूर्ति ठप रही.
जानकारी के अनुसार, मेडिकल के समीप 33 हजार की लाइन से पेड़ में आग लग जाने के कारण फीडर बंद कर दिया गया. इसी बीच 33 केवीए लाइन पर तार के संपर्क में आने वाले तीन पेड़ को काटने काम कार्य शुरू हुआ. जो देर शाम तक चलता रहा. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विभाग के कुछ कर्मचारी काटे गये पेड़ के लकड़ी को ढोने की जुगत में लगे थे. इसके कारण ही लाइन चालू करने में काफी विलंब हुआ.
* ट्री कटिंग के लिये बंद की बिजली
अधिकारियों के अनुसार, हाईटेंशन तार के नीचे पेड़ के आ जाने जाने से बार–बार परेशानी हो रही थी. इस समस्या को दूर करने के लिए ट्री कटिंग के लिए बिजली बंद रखा गया था. बता दें कि एक सप्ताह पहले भी 33 केवीए लाइन के इसी पेड़ के समीप टूट जाने से बिजली आपूर्ति रात भर बाधित रही थी. इधर, कांटी ग्रामीण फीडर में शनिवार को बिजली गुल रही. स्थानीय लोगों के अनुसार 11 बजे दिन से शाम तक इससे जुड़े गांवों की बिजली ठप थी.
* नारायणपुर में लगेगा ट्रांसफॉर्मर
बिजली समस्या को लेकर शनिवार को उद्यमियों के शिष्टमंडल ने अधीक्षण अभियंता से मिल कर शिकायत की. लघु उद्योग भारती के भारत भूषण, शिवनाथ गुप्ता, मो इम्तियाज व विनीत अग्रवाल ने बेला पावर स्टेशन से जुड़े नरायणपुर फीडर के ट्रांसफॉर्मर को बदलने की मांग की. उनका कहना था कि अधिक लोड के कारण पावर होल्ड की समस्या हमेशा रहती है. इससे जुड़े लोग बिजली संकट ङोलने को विवश है. इस पर अधीक्षण अभियंता राजेंद्र पांडेय ने दो दिन में नरायणपुर में पांच एमवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाने का आश्वासन दिया. ट्रांसफॉर्मर बेगूसराय से मंगाया जायेगा.