मुशहरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर केंद्रीय संसदीय कार्य विभाग के सचिव अफजल अमानुल्ला बुधवार को मुशहरी प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. वे यहां दो दिनों तक क्षेत्र भ्रमण कर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेंगे. श्री अमानुल्ला के कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही प्रखंड मुख्यालय में गहमागहमी रही.
बीडीओ अमरेंद्र पंडित, सीओ दिनेश कुमार व एमओ संतोष कुमार अपने कार्यालय में तैयारी में लगे रहे. शाम में श्री अमानुल्ला अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने सीओ कक्ष में बैठने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने बताया कि 1980 में तीन माह के लिए प्रशिक्षण के दौरान बीडीओ सह सीओ के पद पर पदस्थापित थे. वे इसी कक्ष में बैठते थे. उन्होंने उस समय के कुछ लोगों व जनप्रतिनिधियों से मिलने की इच्छा प्रकट की.
श्री अमानुल्ला ने बताया कि एक नवबंर 2014 को प्रधानमंत्री के साथ सचिवों की बैठक हुई थी. इसमें टास्क दिया गया कि सभी सचिव प्रशिक्षण के दौरान जिस प्रखंड में पदस्थापित थे, वहां केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का क्या हाल है, इतने वर्षो में वहां की स्थिति में कितना बदलाव आया है तथा योजनाओं में क्या सुधार होनी चाहिए, इसकी विस्तृत रिपोर्ट 31 जनवरी तक जमा करनी है.
उन्होंने बताया कि बिहार से केंद्र सरकार में वे अकेले सचिव हैं. श्री अमानुल्ला ने बताया कि उस समय मुशहरी नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में चर्चित था. साथ ही जेपी का आंदोलन चल रहा था. उन्होंने तब के जनप्रतिनिधि व वर्तमान में परिवहन मंत्री रमइ राम के कार्यो की सराहना की.
उन्होंने बताया कि पीडीएस में छतीसगढ़ रोल मॉडल है. कुछ राज्य में मनरेगा, शिक्षा, सड़क व पेयजल के क्षेत्र में अच्छा काम हुआ है. हरेक राज्य की सामाजिक व भौगोलिक स्थित अलग होती है. हर राज्य में एक ही तरह की योजना संचालित करना चुनौती भरा होता है.
इधर श्री अमानुल्ला ने बीडीओ व सीओ से अनुसूचित जाति की संख्या, इंदिरा आवास के लाभुकों की संख्या व स्थिति, योजनाओं की विशेषता व उन्हें लागू करने में हो रही परेशानी का विस्तृत विवरण गुरुवार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. मौके पर प्रशिक्षु आइएएस जितेंद्र गुप्ता, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, मुशहरी मुखिया सुधीर सहनी, भीमबली सहनी भी मौजूद थे.