22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सुरक्षा प्रहरी पर हमला कर सात बाल बंदी फरार

मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम से हत्या, बलात्कार जैसे आरोपों में बंद सात बाल कैदी फरार हो गये हैं. इनका पता नहीं चल सका है. रिमांड होम से 11 बाल कैदी भागे थे, लेकिन तीन को कैंपस में तैनात सिपाही ने पकड़ लिया, जबकि एक अन्य को बाहर के लोगों की मदद से पकड़ा गया. […]

मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम से हत्या, बलात्कार जैसे आरोपों में बंद सात बाल कैदी फरार हो गये हैं. इनका पता नहीं चल सका है. रिमांड होम से 11 बाल कैदी भागे थे, लेकिन तीन को कैंपस में तैनात सिपाही ने पकड़ लिया, जबकि एक अन्य को बाहर के लोगों की मदद से पकड़ा गया. घटना की सूचना नगर थाने को दी गयी, लेकिन पुलिस शुक्रवार को रिमांड होम नहीं पहुंची. भाग निकले सात बाल बंदियों में दो मुजफ्फरपुर, दो शिवहर, दो सीतामढ़ी व एक हाजीपुर का है.

भागने के क्रम में पकड़े गये चार बाल बंदियों में तीन सीतामढ़ी व एक मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र का है. घटना की जांच के लिए शनिवार की शाम जिला बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक रोजी रानी, सीपीओ रवि रौशन व एमएन मिश्र रिमांड होम पहुंचे. उन्होंने गृहपति ललन शर्मा, निजी सुरक्षा प्रहरी विंदेश्वर पासवान व वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों से घटना की जानकारी ली. ललन शर्मा के बयान पर फरार सात, पकड़े गये चार बाल बंदियों के विरुद्ध नगर थाने में शिकायत की. वहीं बाल बंदियों के हमले में घायल निजी सुरक्षा प्रहरी विंदेश्वर पासवान के संबंध में पुलिस में अलग से शिकायत की गयी. बाल बंदियों फरार होने से फिर रिमांड होम की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर इतनी सख्ती के बावजूद बाला बंदी फिर कैसे फरार हो गये? रिमांड होम में अभी कुल 56 बाल बंदी रह रहे हैं.

कर रखी थी पूरी तैयारी

सूत्रों की मानें, तो बाल बंदियों ने भागने की पूरी प्लानिंग कर रखी थी. एक दिन पूर्व ही बाल बंदियों ने रिमांड होम में लगे दोनों सीसीटीवी कैमरे के तार को नोंच दिया था. शुक्रवार की रात जब बाल बंदियों को रात करीब साढ़े आठ बजे खाना खिलाने के लिए रसोई के बगल वाले हॉल में बुलाया गया. तभी 11 बाल बंदियों ने रसोईया लालो ठाकुर, सहायक रसोईया भिखारी ठाकुर पर उस वक्त हमला बोल दिया जब वे खाना बनाने के बाद गैस सिलिंडर, चाकू, मिर्च पाउडर आदि बाहर निकाल रहे थे. खाना बनाने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से इन सामानों को बाहर कर दिया जाता है कि ताकि कोई इसका दुरुपयोग न कर सके. इसी बीच इन बाल बंदियों ने रसोई के दरवाजा का हैंडल उखाड़ दिया, लेकिन गेट बाहर से लॉक होने के कारण गेट खोलने में नाकाम रहे. इसके बाद दोनों रसोईयों को बाल बंदियों ने कब्जे में कर लिया.

मफलर से दबाया गला

रसोईया के चिल्लाने की आवाज पर निजी सुरक्षा प्रहरी विंदेश्वर पासवान व नीरज कुमार के साथ पहुंचे. किसी तरह रसोई से खतरनाक सामान व रसोईयों को बाहर तो निकाल लिया, लेकिन इसी दौरान विंदेश्वर पासवान का हाथ बाल बंदियों ने ग्रिल में दबा दिया. साथ ही मफलर से विंदेश्वर का गला दबाकर 11 बाल बंदी ग्रिल से बाहर निकल गये. शोरशराबा सुनकर रिमांड होम में तैनात सात सुरक्षा बल दौड़कर बाल बंदियों को पकड़ने में लगे. चार बाल बंदियों को पकड़ने में कामयाबी मिली, लेकिन सात बंदी फरार हो गये.

सीतामढ़ी कोर्ट से दो बाल बंदी फरार

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर स्थित रिमांड होम से शुक्रवार को दो बाल बंदियों को सीतामढ़ी जेजेबी बोर्ड में पेश किया गया. वहीं, जेजेबी बोर्ड से दो बाल बंदी फरार हो गये. दोनों सीतामढ़ी के सोनबरसा के रहनेवाले हैं. दोनों पर हत्या व आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर आरोप हैं. मुजफ्फरपुर रिमांड होम से सिपाही मो असलम खा व प्रमोद तिवारी इन दोनों को लेकर सीतामढ़ी कोर्ट लेकर पहुंचे थे. सिपाही ने इस संबंध में रिमांड होम के गृहपति को सूचना दी. इसके बाद शुक्रवार को वापस मुजफ्फरपुर रिमांड होम लौटे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें