कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का लाभ अभी तक जिले के सिर्फ 4.06 प्रतिशत परिवारों को ही मिल पाया है. यह स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में सामने आयी है. मुजफ्फरपुर में अभी तक सिर्फ 11.20 प्रतिशत ही लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड बन पाया है. पूरे सूबे में अरवल जिला अव्वल रहा.
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जिले के 4.06 प्रतिशत परिवारों को ही मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ
कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का लाभ अभी तक जिले के सिर्फ 4.06 प्रतिशत परिवारों को ही मिल पाया है. यह स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में सामने आयी है. मुजफ्फरपुर में अभी तक सिर्फ 11.20 प्रतिशत ही लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड बन पाया है. पूरे सूबे […]
यहां पर 8.43 फीसदी परिवारों को इस योजना का लाभ मिला है. जबकि सबसे फिसड्डी दरभंगा रहा. यहां 1.82 में एक प्रतिशत लाभार्थियों को ही इस योजना का लाभ मिला.
पांच लाख 20 हजार 94 को मिलना था लाभ. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले के 5,200,94 परिवारों को गोल्डन कार्ड बनाने के लिए चिह्नित किये गये. गोल्डन कार्ड की बात करें, तो इस रिपोर्ट के मुताबिक 58,245 लोगों का ही कार्ड बन पाया है.
यानी सिर्फ 11.20 प्रतिशत ही लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य विभाग बना पाया है. लाभार्थी परिवारों को लाभ दिलाने के मामले में जिला फिसड्डी साबित हुआ. सिर्फ 4.06 ही गरीब परिवारों को इस योजना के तहत जांच व इलाज की सुविधा मिल पायी.
गरीब परिवारों को मिलना था पांच लाख रुपये का लाभ. गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक के नि:शुल्क जांच व इलाज की सुविधा के लिए पिछले साल पूरे देश में 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का शुभारंभ किया गया था.
जिले में स्वास्थ्य विभाग इस योजना के तहत शुरुआत से ही बड़े-बड़े दावे कर रहा था. लेकिन विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में जिले में इस योजना की पोल खोल दी है.
अन्य जिलों का भी बुरा हाल. मुजफ्फरपुर से सटे जिले भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गरीब परिवारों को लाभ दिलाने में लुढ़क गये है. रिपोर्ट के मुताबिक मधुबनी में 490,299 परिवार को चिह्नित किया गया था. जिसमें 34,724 परिवार का गोल्डन कार्ड बना. जिसमें 2.49 परिवार को लाभ मिला है. पश्चिमी चंपारण में 4,11,831 परिवार को चिह्नित किया गया.
जिसमें 43,851 परिवार को गोल्डन कार्ड बना और 3.70 परिवार को लाभ मिला. पटना में 5,55,225 को चिह्नित किया गया. जिसमें 49 हजार लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बना और 3.72 परिवार को लाभ मिल पाया. समस्तीपुर में 5,22,688 परिवार को चिह्नित किया गया. जिसमें 38,450 परिवार का गोल्डन कार्ड बना. जिसमें 2.60 परिवार को इसका लाभ मिल सका.
सीतामढ़ी में 4,59,456 परिवार को चिह्नित किया गया. जिसमें 46,621 परिवार का गोल्डन कार्ड बना. जिसमें 3.29 परिवार को लाभ मिला. वहीं शिवहर में 90,183 परिवार को चिह्नित किया गया. जिसमें 14,222 परिवार का गोल्डन कार्ड बना और 5 प्रतिशत लोगों ने लिया लाभ. सीतामढ़ी में 4,59,456 लोगों को चिह्नित किया गया. गोल्डन कार्ड 46,621 परिवार का बना और 3.29 परिवार ही इस योजना का लाभ ले सका.
आयुष्मान भारत के एक साल पूरे होने पर विशेष
5,20,94 परिवारों में से 58,245
का ही बन पाया गोल्डन कार्ड
23 सितंबर 2018 को आयुष्मान भारत का किया गया था शुभारंभ
एक साल में 11.20 प्रतिशत लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बना
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