मुजफ्फरपुर : तपिश भरी धूप व गर्मी के बीच भू-जलस्तर तेजी से गिर रहा है. जिले में भू-जलस्तर सामान्य से 15-18 फुट नीचे चला गया है. शहरी क्षेत्र का भू-जलस्तर सामान्य (22-25 फुट) है. जबकि, अभी 40 फुट नीचे चला गया है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्र का जलस्तर सामान्य (15-16 फुट) के बदले 36 फुट तक चला गया है.
रिपोर्ट के अनुसार प्रति माह चार फुट तक वाटर लेवर नीचे जा रहा है. इससे शहर से लेकर गांव तक भीषण जल संकट की समस्या है. पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल) की रिपोर्ट के अनुसार, जिले के सात प्रखंडों (सकरा, मुरौल, बंदरा, कांटी, बोचहां, कटरा व कुढ़नी) की 18 पंचायतों का भू-जलस्तर काफी नीचे चला गया है.
इससे इन 18 पंचायतों में रहनेवाले लाखों लोगों को जलसंकट की भीषण समस्या से जूझना पड़ रहा है. करीब एक माह पहले ही पीएचईडी ने सरकार को त्राहिमाम संदेश भेजा है, लेकिन अबतक कोई ठोस दिशा-निर्देश नहीं आया है. इस कारण प्रभावित पंचायतों में खराब चापाकल की मरम्मत के अलावा पीएचईडी कोई दूसरा वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पाया है.