मुजफ्फरपुर: एनटीपीसी कांटी थर्मल के स्विच यार्ड के पास चारों ओर फैले जंगल में मंगलवार की सुबह करीब दस बजे आग लग गयी. सूचना मिलते ही यार्ड की बिजली को बंद कर दिया. बताया गया, आग स्पार्किग की वजह से लगी. इससे मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, सीतामढ़ी व शिवहर की बिजली आपूर्ति बंद हो गयी. आग को बुझाने का काम शुरू किया गया.
आग बुझाने में तीन घंटे का समय लग गया. इस बीच करीब एक घंटे के बाद वैशाली व गोपालगंज ग्रिड से बिजली आपूर्ति बहाल की जा सकी. इसके बाद भी चारों जिलों में सुबह 10 बजे से शाम के करीब साढ़े पांच बजे तक बिजली की किल्लत बनी रही. शाम साढ़े पांच बजे कांटी थर्मल से आपूर्ति शुरू हुई, तो बिजली आपूर्ति पटरी पर आयी.
थर्मल के यार्ड के चारों ओर फैले जंगल में आग को बुझाने में करीब आधा दर्जन दमकल को करीब तीन घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी. स्थिति इतनी भयावह हो गयी थी, जल्दी में मुजफ्फरपुर व मोतीपुर से दमकल को आग बुझाने के लिए भेजना पड़ा. यार्ड के जिस हिस्से में आग लगी थी. वहां से मोतिहारी, मुजफ्फरपुर के रामदयालु व एसकेएमसीएच, सीतामढ़ी ,ढाका व रूनीसैदपुर ग्रिड को 132 केवी (1 लाख 32 हजार पावर) पावर आपूर्ति की जाती है. आग लगते ही सबसे पहले उस यार्ड के पास के सभी बिजली सप्लाई को बंद कर दिया गया. इसके बाद वैशाली से मुजफ्फरपुर के रामदयालु ग्रिड को 20 व एसकेएमसीएच स्थित भिखनपुरा ग्रिड को 10 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की गयी. वहीं, मोतिहारी, ढाका, सीतामढ़ी व रूनी सैदपुर ग्रिड को गोपालगंज बेतिया होते हुए कम बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
दिनभर रहा बिजली संकट
थर्मल में आग लगने के कारण पूरे दिन जिले में बिजली संकट की स्थिति बनी रही. दस बजे के करीब आग लगी. ग्रिड को रामदयालु स्थित ग्रिड व एसकेएमसीएच स्थित भिखनपुर ग्रिड की आपूर्ति ठप हो गयी. करीब एक घंटे बाद वैशाली ग्रिड से रामदयालु ग्रिड को 20 व भिखनपुर ग्रिड को 10 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हुई. ऐसे हालात में रामदयालु से रेलवे, डेयरी, आइडीपीएल, माड़ीपुर, खबरा, भिखनपुरा व नया टोला 33 केवीए फीडर को दो-दो घंटे के लोडशेडिंग पर बिजली आपूर्ति हुई, लेकिन कम आवंटन के कारण पूरे शहर में बिजली की आंख मिचौनी जारी रही.
आवंटन कम होने के कारण इसी ग्रिड से ग्रामीण फीडर कुढ़नी, ढोली, मड़वन, मोतीपुर 33 केवी की आपूर्ति साढ़े सात घंटे तक ठप रही. वहीं, एसकेएमसीएच ग्रिड से एमआइटी, एसकेएमसीएच व सीआरपीएफ फीडर को दो-दो घंटे के लोडशेडिंग पर आपूर्ति की गयी, जबकि ग्रामीण फीडर को शाम साढ़े पांच बजे के बाद आपूर्ति शुरू हुई. इधर, शाम को रामदयालु ग्रिड को 60 व एसकेएमसीएच ग्रिड को आवंटन बढ़कर 35 मेगावाट हुआ तब जाकर बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ. लगातार कम आवंटन के कारण लोगों को परेशानी हुई. कंपनी के टॉल फ्री नंबर पर फोन करने पर सही जानकारी नहीं मिल रही थी, बिजली कब आयेगी.