देवरियाकोठी: चांदकेमारी पंचायत के सोहासी गांव में एक दलित बच्ची पर घर से पायल चोरी करने का आरोप लगाते हुए दबंगों ने एक दलित बच्ची को 12 घंटे तक घर में बंधक बनाकर मारपीट की. बच्ची को मुक्त कराने पहुंचे उपमुखिया को भी दबंगों ने डांट फटकार लगाते हुए दरवाजे से भगा दिया. इस घटना को लेकर जनप्रतिनिधियों की पहल पर गांव में महापंचायत का आयोजन किया गया. लेकिन दबंगों ने इस महापंचायत को बहिष्कार कर दिया.
इस घटना को लेकर गांव में तनाव उत्पन्न हो गया है. वहीं मौके पर पहुंचे दारोगा अशोक कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. आरोप तय होते ही दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में पीड़ित बच्ची की मां ने तीन नामजद व चार अज्ञात लोगों को आरोपित बनाते हुए देवरिया थाने में आवेदन दिया है. बच्ची की मां ने बताया कि गांव के विश्वनाथ पांडेय व उनकी पतोहू बबिता पांडेय और पचरूखिया गांव निवासी रूपेश ने रविवार सुबह करीब नौ बजे दिन में घर से पायल चोरी के आरोप लगाते हुए मेरी बेटी चंचला कुमारी(9) को घर से उठा कर ले गये. इसके बाद अपने घर में बंद कर पिटाई करने लगे. यह सिलसिला नौ बजे रात तक चलता रहा. इससे घबरा कर मैं ग्रामीणों के पास अपनी बेटी को मुक्ति कराने के लिए पहुंची. उसी दौरान उनके समर्थकों ने मेरे घर में घुस बक्से का ताला तोड़ दिया और उसमें रखे दस हजार रुपये भी निकाल लिया. इसी दौरान उनकी चोरी की पायल पड़ोसी अरुण चौधरी की पुत्री काजल कुमारी के पास से बरामद की गयी. तब जाकर रात में मेरी बेटी को बंधक मुक्त किया गया.
वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर गांव में दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति बनाने के उद्देश्य से मुखिया पति राजकुमार दास की अध्यक्षता में महापंचायत बुलायी गयी. इसमें जिला परिषद देवेश चंद्र, प्रखंड प्रमुख पति नागेश्वर राम, सरपंच पति ताहिर हुसैन, मुखिया गुड़िया कुमारी, पंसस उषा देवी धरफरी पंसस ललन पासवान, पुनदेव पटेल, अजय कुमार, उपमुखिया दीपक पटेल समेत काफी संख्या में लोग भी शामिल थे. लेकिन आरोपितों द्वारा महापंचायत को बहिष्कार किये जाने के बाद दोनों पक्षो में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी.
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष लालबाबू कुमार के निर्देश पर पुलिस बल के साथ दारोगा अशोक कुमार शर्मा पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया. बच्ची की मां माया देवी ने तीन नामजद व चार अज्ञात को आरोपित बनाया है.