मुंगेर : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित एडीआर भवन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन प्राधिकार के सचिव सह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव ने किया. लोक अदालत में 258 मामलों का निष्पादन किया गया. जबकि 1,03,17,590 रुपये का सेटलमेंट किया गया. अदालत में सात बैंचों का गठन किया गया. इसमें न्यायिक सदस्य के रूप में तदर्थ अपर जिला व सत्र न्यायाधीश नारायण पंडित, तदर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय विमल सिन्हा,
अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रथम ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव, अवर न्यायाधीश द्वितीय जीवनलाल, अवर न्यायाधीश चतुर्थ रचना श्रीवास्तव, मुंसिफ प्रथम संतोष कुमार, जेएम प्रथम नवीन कुमार दुबे शामिल थे. बैंच ने बैकिंग, बीमा, वन अधिनियम क्लेम, शमनीय फौजदारी मुकदमा, दीवानी वाद, राजस्व वाद, सर्विस मैटर, पेंशन मामला आदि वाद से संबंधित 326 वादों को सुनवाई किया. जिसमें 258 वादों का निष्पादन किया गया. ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव ने कहा कि न्यायालय में वादों का बोझ अधिक होता जा रहा है. लोग न्यायालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान है. वादों का बोझ कम करने एवं लोगों की परेशानी को देखते हुए समय-समय पर विशेष लोक अदालत का आयोजन किया जाता है. इसमें आपसी समझौता के आधार पर वादों का निष्पादन किया जाता है. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राधिकार के कर्मी अमर प्रताप, संजीव कुमार, संजय सिन्हा, कुमारी संगीता, स्वतंत्र कुमार ज्योति, अमृताष कुमार, संदीप कुमार राय, राकेश कुमार का योगदान सराहनीय रहा.