मुंगेर : रहमानी बीएड कॉलेज में रविवार को एक शिक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसका विषय था ” शिक्षा एवं राष्ट्रीय एकता ”. समारोह के मुख्य अतिथि राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी, विशिष्ट अतिथि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉ अब्दुर गफूर, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव एवं मो अबू तल्ब रहमानी थे. जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार-बंगाल-उड़ीसा के अमीर-ए-सरियत हजरत मौलाना बली रहमानी कर रहे थे.
इस मौके पर रहमानी बीएड कॉलेज की ओर से प्रकाशित पत्रिका ” चिराग ” का लोकार्पण किया गया. सेमिनार में विषय प्रवेश कराते हुए आरडी एंड डीजे कॉलेज के प्राध्यापक प्रो शब्बीर हसन ने शिक्षा एवं राष्ट्रीयता के मूल बिंदु पर प्रकाश डाला. समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि जिनकी आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं रही और जो समाज में विद्वेष फैला रहे हैं वही आज राष्ट्रीयता का पाठ पढ़ा रहे.
इंसानियत की शिक्षा की जरूरत: बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉ अब्दूर गफूर ने कहा कि लोगों में इंसानियत की शिक्षा की जरूरत है. खानकाह रहमानी ने पूरे प्रदेश में जो शिक्षा की अलख पिछले सौ वर्षों से जगायी है उसका फल है कि समाज के अंतिम वर्ग के लोगों को शिक्षा मिल रही. उन्होंने राज्य के शिक्षा मंत्री से मांग की कि मदरसा बोर्ड व संस्कृत बोर्ड की परीक्षा भी कदाचार मुक्त करायी जाय. राजद के वरीय नेता एवं सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि राज्य के सभी कमिश्नरी में विश्वविद्यालय खोले जाय. उन्होंने कहा कि ज्ञान की धारा से ही राष्ट्रीयता की भावना जुड़ी हुई है.
कोलकाता से आये मो अबू तल्ब रहमानी ने कहा कि 1947 में देश का बंटवारा हुआ था और आज दिलों का बंटवारा हो रहा है. यदि दिलों का टुकड़ा होगा तो यह देश नहीं बचेगा. समारोह को विधायक विजय कुमार विजय, मुंगेर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजेश जैन, रहमानी हेल्थ केयर के मो. वसीमउद्दीन, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सौरभ निधि एवं बांका के कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने भी संबोधित किया. साथ ही मंच पर पूर्व विधायक अनंत कुमार सत्यार्थी व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो अजफर शमशी भी मौजूद थे.