मुंगेर : हथियार तस्करी के मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के उलबेरिया गांव निवासी मंटू चौधरी एवं निपून चौधरी ने पुलिस के समक्ष हथियार तस्करी के मामले में कई महत्वपूर्ण राज खोले हैं. एक ओर जहां उसने बताया कि वह राजनीतिक नेताओं एवं सफेदपोश को हथियार की आपूर्ति करता है,
वहीं दूसरी तरफ खुद को बंगाल के एक राजनीति दल से जुड़ा बताया है. तस्कर मंटू चौधरी ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल के एक राजनीति दल का कार्यकर्ता है. जब दो दलों में भिड़ंत हुआ था तो बम विस्फोट के दौरान उसका दाहिना हाथ उड़ गया. उसने बताया कि कोलकाता के रेड लाइट एरिया सोनागाछी में मुंगेर के एक दलाल से संपर्क हुआ. उसी ने मुंगेर के एक हथियार के सौदागार से मिलाया और वह हथियार के धंधा से जुड़ गया. उसने बताया कि वह पांच -छह बार मुंगेर आया है
और हथियारों का खेप लेकर बंगाल गया है. हथियारों को वह बंगाल ले जाकर राजनीति दलों के नेताओं एवं सफेद पोशों को उपलब्ध कराता है. 30 हजार में बेचता है पिस्टल गिरफ्तार मंटू चौधरी ने बताया कि वह मुंगेर में 2 हजार में देशी कट्टा खरीदता है और बंगाल में उसे 4 से 5 हजार में बेचता है. जबकि पिस्टल 20 हजार में खरीदता है और उसे बंगाल में 25 से 30 हजार में बेचता है. कैसे पहुंचा मंटू मुंगेर मंटू चौधरी ने बताया कि सोनागाछी में जो दलाल मिला था उसने मुंगेर के भोला से बात कराया. भोला ही नीलम सिनेमा के पास एक शराब व्यवसायी से मेरी मुलाकात करायी थी.
उसी से मैं हथियार खरीदता था. पांच दिन पूर्व वह मुंगेर आया था. नीलम के पास उसी शराब व्यवसायी से 5 देशी कट्टा एवं 2 पिस्टल खरीदा. जिसे लेकर वह जमालपुर जाने की तैयारी में था. लेकिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सितारिया होटल था ठिकाना मंटू चौधरी ने बताया कि जब भी वह हथियार लेने मुंगेर आता था वह सितारिया होटल में ही रुकता था. चार दिन पूर्व वह गया-हावड़ा ट्रेन से मुंगेर आया था और सितारिया होटल में ही रुका था.
कहते हैं एसडीपीओ एसडीपीओ ललित मोहन शर्मा ने बताया कि मंटू चौधरी व निपुन चौधरी लंबे समय से हथियार की तस्करी करता है. उसके पास से बरामद मोबाइल एवं दर्जनों मोबाइल नंबर को खंगाला जा रहा है. जबकि सितारिया होटल का भी जांच किया जायेगा.