जमालपुर: केंद्र सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर रेल इंजन कारखाना जमालपुर के सभागार में मंगलवार को कारखाना का प्रगति रिपोर्ट जारी किया गया. मुख्य कारखाना प्रबंधक अनिमेष कुमार सिन्हा ने अन्य अधिकारियों के समक्ष रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कि भारतीय रेल में पहली बार जमालपुर कारखाना ने यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने आने वाले रेलवे प्रशिक्षुओं के लिए योग का प्रशिक्षण आवश्यक कर दिया है. इसकी शुरुआत तीन सितंबर 2014 से की गयी है.
18-19 दिसंबर को एमएसएमइ मिनिस्ट्री के सौजन्य से वेंडर डेवलपमेंट शिविर का आयोजन किया गया. कारखाना के इतिहास में पहली बार एक साथ कर्मचारियों के साथ ही सभी कनीय व वरीय अधिकारियों के स्वास्थ्य की जांच शिविर लगा कर करायी गयी. वर्ष भर में ऐसे चार कैंप के आयोजन किये गये.
इसके अलावा भी रेलकर्मियों के परिजनों के स्वास्थ्य की जांच के लिए भी अलग से चार शिविर के आयोजन किये गये. पूर्व रेलवे मुख्य कारखाना में रेलकर्मियों के स्वास्थ्य जांच के लिये कई अत्याधुनिक मशीन स्थापित किये गये. इन मशीनों में हृदय रोग के लिए टीएमटी मशीन, फैटल मॉनिटर, सेमी ऑटो एनीलाइजर, ऑक्सी फ्लोमीटर, पीएफटी मशीन, माइक्रोस्कोप व इसीजी शामिल हैं. पेंशन अदालत में 65 मामले आये. जिनमें 40 का निबटारा किया गया और ऑन स्पॉट 11 लोगों को भुगतान किया गया. रेलकर्मियों के बच्चे के अलावा अन्य स्कूली छात्र-छात्रओं के लिए गोल्फ ट्रेनिंग एकेडमी की स्थापना की गयी.
रेल कारखाना ने यहां के उत्पादों के मूल्यों में काफी कमी की. इसके कारण प्रतिवर्ष लगभग 10 करोड़ रुपये की बचत हुई. स्थापना दिवस पर 125 वां 140 टन क्रेन रवाना किया गया. बायोमैट्रिक एटेंडेंस सिस्टम कारखाना में लागू किया गया जो इकलौता कारखाना है. 73 करोड़ रुपये का कोंकर द्वारा वैगन निर्माण के लिए अग्रिम प्राप्त हुआ. गुणवत्ता, लागत और तय समय के कारण रेल मंत्रलय ने भी अबतक का सबसे बड़ा 170 बॉक्स-एन एचएल के निर्माण का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि इस दौरान कारखाना को कई जीएम अवार्ड भी प्राप्त हुआ है. मौके पर डब्लूपीओ सहित सभी डिप्टी सीएमइ उपस्थित थे.