प्रभारी सचिव ने कहा कि पारदर्शी ढ़ंग से किसानों की सूची तैयार की जाय. ताकि वैसे सभी किसानों को इसका लाभ मिल सके. जिनके फसल की हानी हुई है. उन्होंने कुछ एक प्रखंड के विकास पदाधिकारियों द्वारा बनायी गयी सूची की रैंडम जांच की तथा सहायता राशि वितरण के तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिया कि किसानों के चयन, उसकी पहचान, उनके बचत खाते तथा विहित प्रपत्र में सूचनाओं का सम्यक संकलन सुनिश्चित की जाय. इसके लिए सोमवार से व्यापक स्तर पर राशि वितरण के निर्देश दिये गये. जिलाधिकारी ने बताया कि मुंगेर जिले में कृषि क्षति के रूप में लगभग 20 हजार किसानों को इनपुट सब्सिडी दी जानी है. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 11.49 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गयी है.
उन्होंने बताया कि अब तक 2.99 करोड़ की राशि जिले को प्राप्त हुई और उसे सभी बीडीओ को उपलब्ध करा दी गयी है. उन्होंने बताया कि ओलापात, वर्षा पात एवं तूफान से हुई क्षति का आकलन कर लिया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में बीडीओ द्वारा राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति के सदस्यों की उपस्थिति में राशि का वितरण लाभार्थियों के खाते में स्थानांतरित कर दिया जायेगा. विदित हो कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को राहत उपलब्ध कराने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री व सचिव जिले में कैंप कर रहे है.