भागलपुर से आयी अनीता बहन ने शिवरात्रि के पावन अवसर पर आध्यात्मिक रहस्य बतायी. जबकि मुंगेर सेवा केंद्र की संचालिका मनीषा, नम्रता ने शिव ध्वजारोहन किया. मनीषा ने बतायी कि शिवरात्रि तो प्रत्येक वर्ष मनायी जाती है. किंतु उसके रहस्य को जानना जरूरी है.
शिव के साथ रात्रि वास्तव में अज्ञानता घोर कलियुग का प्रतीक है और हर वर्ष शिवलिंग पर भांग-धथुरा चढ़ाने का अर्थ है मनुष्य विकारों से दूर हो. शिवरात्रि के मौके पर मनुष्य में जो अवगुण रूपी धथुरा है उसे त्याग करें.