मधुबनी : नगर निकाय चुनाव की मतगणना शांति पूर्वक संपन्न हो गयी. मतगणना कक्ष से ही मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर भी राजनीतिक सरगरमी तेज हो गयी है. शहर में वर्तमान में तीन खेमा मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर शतरंज की बिसात बिछा चुका है. इन खेमा के द्वारा जीतने की उम्मीद वाले प्रत्याशियों से संपर्क साधने का दौर भी रविवार की शाम से ही शुरू हो गया है. सोमवार को तो यह पूरे चरम पर रहा. दूसरी ओर जो प्रत्याशी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं.
उनके समर्थकों के द्वारा बाजार में अन्य प्रत्याशियों से मुख्य पार्षद को लेकर मन टटोलने का दौर भी शुरू हो चुका है. अब मुख्य पार्षद के चुनाव में दावेदारी पेश करने वालों का स्थिति भी करीब करीब साफ हो चुका है. कुछ लोग खुलकर दावेदारी कर रहे हैं जो कुछ लोग अभी भी अपने गेम को बंद कमरे में ही रखे हुए हैं.
तीन खेमा ठोंक रहे ताल. बाजार के राजनीतिक सूत्रों व नप के राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले लोगों की मानें तो नप चुनाव में मधुबनी के मुख्य पार्षद की कुर्सी को लेकर एक बार फिर तीन खेमा में शहर बंट गया है. तीनों खेमा के द्वारा जीते हुए पार्षदों से बात करने, मीटिंग करने का दौड़ भी शुरू हो चुका है. इसमें जीत हासिल करने के साथ ही निवर्तमान मुख्य पार्षद खालिद अनवर ने अपनी दावेदारी ठोंक दी है. उनके पास अपने घर का ही तीन सीट हासिल है.
एक सीट से खुद ही जीत हासिल कर ली है तो दूसरे सीट 22 नंबर वार्ड से उनकी पत्नी एवं 9 नंबर वार्ड से उनकी बेटी बेनजीर खालिद ने भी जीत हासिल की है. इसके साथ ही बीते पांच साल तक खालिद मुख्य पार्षद की कुर्सी पर काबिज रहे थे. सूत्रों की मानें तो कई पुराने व नये चेहरे इनके संपर्क में हैं
या ये खुद भी संपर्क साधने में जुटे हुए हैं. ये अपनी पत्नी को इस बार मुख्य पार्षद के रेस में सामने लाने वाले हैं.
दूसरी ओर शहर के पूर्व मुख्य पार्षद रेखा नायक भी वार्ड आठ से जीत हासिल कर चुकी हैं. इनकी दावेदारी भी काफी प्रबल मानी जा रही है. शहर में इनके पति सुनील नायक का सालों से नप की राजनीति में दबदबा कायम रहा है. सूत्रों का कहना है कि जीत हासिल करने के बाद कई नव निर्वाचित पार्षदों की बैठक बुलायी गयी और नप के मुख्य पार्षद को लेकर इनके घर पर रणनीति बनी. इसके साथ ही दो खेमा और है जो अपनी दावेदारी ठोक सकता है. इधर पूर्व मुख्य पार्षद विजय चौधरी की पत्नी प्रीति चौधरी भी चुनाव जीत कर नप में कदम रख दिया है. बताया जा रहा है कि प्रीति चौधरी को लेकर भी मुख्य पार्षद का दावं खेला जा सकता है. इनके साथ शहर के राजनीतिक गुरु माने जाने वालों का भी हाथ बताया जा रहा है. आगामी नौ जून तक इससे पर्दा हट जायेगा. चुनाव परिणाम आते ही मुख्य पार्षद को लेकर राजनीति दिलचस्प हो गया है.
मतगणना संपन्न, बढ़ी राजनीतिक सरगरमी
बंद कमरों में बैठकों का दौर हो गया शुरू
अधिक से अधिक पार्षदों को अपने पक्ष में करने
में जुटा खेमा