परेशानी. एटीएम की अघोषित छुट्टी, पैसे के लिए भटकते रहे लोग
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नहीं खुले बैंक,एटीएम से नहीं निकले रुपये
परेशानी. एटीएम की अघोषित छुट्टी, पैसे के लिए भटकते रहे लोग मधुबनी : नोट बंदी के बाद 18 वें दिन शनिवार लोगों पर भारी पड़ा. लोग पैसे के लिये भटकते नजर आये. शनिवार को बैंक के साथ साथ अधिकांश एटीएम भी बंद था. शहर भर में मात्र दो जगह ही एटीएम से राशि की निकासी […]
मधुबनी : नोट बंदी के बाद 18 वें दिन शनिवार लोगों पर भारी पड़ा. लोग पैसे के लिये भटकते नजर आये. शनिवार को बैंक के साथ साथ अधिकांश एटीएम भी बंद था. शहर भर में मात्र दो जगह ही एटीएम से राशि की निकासी देखी गयी. . जहां एटीएम खुले थे वहां अधिक भीड़ दिखी. बैंक की एटीएम में 2 हजार एवं 100 की करेंसी नोट डाले जा रहे है. झमता के हिसाब से उसमें सौ के नोट नहीं लोड हो पा रहे है. महज कुछ ही देर के बाद सौ के नोट खत्म हो जाते है
और केवल दो हजार रूपये के नोट निकलता है. इधर शहर के रोहिणी इंटरप्राइजेज पेट्रोल पंप पर एसबीआई एटीएम कार्ड से ग्राहक दो हजार तक की निकासी कर रहे थे. पेट्रोल पंप को बैंक के द्वारा एक दिन में एक लाख रुपया बांटने के लिए दिया जा रहा है. पेट्रोल पंप के प्रबंधक बताते है कि एक लाख रुपया में सिर्फ 50 से 60 लोगों को रकम मिल पाती है.
मजदूरों के खोले जा रहे खाते. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का बैंक खाता खोलने की कवायद शुरू कर दी गयी है. इसके लिए अब तक सौ आवेदन बैंकों को प्राप्त हुए है. वैसे मजदूर जिनका किसी बैंक में कोई खाता नहीं है. उनका खाता जीरो बैंलेंस पर खोला जायेगा. खाता खोलने के लिए मजदूरों के आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड सहित अन्य कागजात व फोटो लाना होगा. दरअसल वित्त मंत्रालय ने आदेश जारी कर मजदूरों का खाता खोलने का निर्देश दिया है. एलडीएम एमएस अख्तर ने बताया कि इसको लेकर सभी बैंको को सूचना दे दी गयी है. उन्होंने बताया कि खाता खुलवाने के लिए आधारकार्ड लाना जरूरी है.
शहर पहुंच रहे लोग. ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक की शाखाओं में नोटों का अभाव दिख रहा है. इन क्षेत्रों में एटीएम सेंटर नहीं के बराबर है. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग पैसे निकालने के लिए शहर के एटीएम पर पहुंच रहे है. अहले सुबह से ही लोग एटीएम की कतार में खड़े हो जाते है या फिर शहर के विभिन्न एटीएम को खंगालते रहते है. थक हार कर किसी एटीएम के बाहर कतार में लग जाते है. शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है.
गौतम कुमार, वीरेंद्र महतो, सुभाष कुमार, आशिष रंजन सहित अन्य लोग बताते है कि हम ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. अभी के समय में विशेष व्यवस्था होनी चाहिए.
रोटेशन नहीं होने से परेशानी. नोट बंदी के बाद अब तक जिले में सिर्फ दो हजार के नये करेंसी आये हैं. जबकि हजार और पांच सौ के नोट पर पाबंदी लग चुकी है. दो हजार और सौ रुपये के नोट लोगों के पास पहुंचे है. जिनके पास सौ रुपये के नोट है वह नोटों का रोटेशन नहीं कर रहे है. जिसके कारण व्यवसाय से लेकर आम लोगों को भारी परेशानी होती है. जबतक बाजार में सौ के नोट का रोटेशन नहीं होगा तब तक आम लोगों को भारी परेशानी होगी. लोगों के पास उपलब्ध दो हजार के नये नोट के बाद भी आवश्यक छोटी-छोटी वस्तुओं की खरीदारी में परेशानी बनी रहेगी.
शहर में दो जगह ही एटीएम से निकला नोट
एटीएम में लगी कतार
करेंसी का नहीं हो रहा रोटेशन
सौ के करेंसी के रोटेशन नहीं होने से इसका प्रभाव पड़ रहा है. जबकि बैंक द्वारा सौ की करेंसी अधिक मात्रा में उपलब्ध करायी गयी है.
एमएस अख्तर, एलडीएम
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