प्रभात खबर टोली, मधुबनी/बाबूबरहीः गबन अनियमितता एवं चिकित्सक की लापरवाही के कारण हमेशा सुर्खियों में रहे बाबूबरही पीएचसी में शुक्रवार को एक बार फिर से हंगामा हुआ. परिवार नियोजन शिविर में ऑपरेशन की गयी पीड़िता विमला देवी के टांका टूटने एवं लगातार अत्यधिक रक्तस्नव के कारण यह घटना हुई.
रजबाड़ा गांव की सुधीरा देवी को गंभीर हालत में इनकी मां व परिजनों के द्वारा अस्पताल लाया गया. जहां कर्मी द्वारा अपशब्द का प्रयोग करते एवं इलाज में लापरवाही किये जाने को लेकर परिजनों ने विरोध जताया. ग्रामीणों को सूचना मिलने पर लोगों ने अस्पताल पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया. पीड़िता को ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर इलाज शुरू किया गया. लेकिन वहां कर्मी ड्रेसर उमेश ठाकुर को देख लोगों का आक्रोश फिर से भड़क उठा.
लोगों ने रोड़ेबाजी कर खिड़की व गेट को क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच कर मालती देवी एवं छोटकी मुरहद्दी निवासी बौकू यादव को हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस को हल्के बल का प्रयोग भी करनी पड़ी. ड्रेसर ठाकुर के बयान पर मारपीट व तोड़ फोड़ करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बाबूबरही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ए के झा ने बताया कि विमला देवी का ऑपरेशन हुआ था. दो स्टीच खुल जाने से रक्त स्नव हुआ. इसे लेकर इलाज की जा रही थी. इसी बीच बेवजह हंगामा किया गया.
मालूम हो कि गुरुवार को पीएचसी परिसर में ही सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ सी के सिंह के 60 महिलाओं का परिवार नियोजन का ऑपरेशन किया गया था. विमला देवी का स्टीच खुल गया. सुबह में रक्तस्नव अत्यधिक होने एवं कपड़े के खून से लथपथ हुआ देख परिजन घबरा गये. वहीं यह पीएचसी लगभग तीन वर्षो से विभिन्न कारणों से सुर्खियों में रहा है. जिसे लेकर चिकित्सक व कर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने सहित विभागीय कार्रवाई भी की गयी.