मधुबनी : जिले में बाइक चोरी की घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इधर तीन माह में चोरी की घटना पर नजर डाले तो अप्रैल माह में नगर थाना में चार मोटर साइकिल की चोरी हुई. मई माह में 9, छह जून तक दो मोटर साइकिल की चोरी अब तक हो चुकी है. तीन माह में 15 बाइक की चोरी हो चुकी है. वही जून माह में ही चोरी के तीन मोटर साइकिल समेत दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है.
शराब के धंधे में हो रहा उपयोग. पुलिस विभाग की सूत्रों की माने तो शराब बंदी के बाद अवैध शराब तस्करी के धंधे से जुड़े लोग चोरी के मोटर साइकिल से शराब की तस्करी करते हैं. पुलिस या उत्पाद विभाग की टीम के रोके जाने पर शराब तस्कर चोरी के मोटर साइकिल को बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो जाते हैं. ऐसे में मोटर साइकिल पर लदा अवैध शराब एवं चोरी की मोटर साइकिल तो बरामद हो जाती है पर तस्कर के अता पता को जानकारी पुलिस को नहीं लग पाता है. जानकार के अनुसार शराब के धंधे में लिप्त अधिकतर तस्कर चोरी के बाइक का उपयोग कर रहे हैं. ऐसे में मोटर साइकिल चोर गिरोह को भी खरीददार आसानी से मिल जाता है.
जेनेरेटर बनाने में हो रहा उपयोग. चोरी के मोटर साइकिल का उपयोग छोटा जेनरेटर बनाने में भी हो जाता है. मोटर साइकिल के इंजन को जेनरेटर के इंजन के रूप में बनाकर इसे प्रयोग में लाया जाता है. नेपाल में मोटर साइकिल की कीमत अधिक रहने से चोरी की हुई मोटर साइकिल का नकली पेपर बनाकर सीमा पार नेपाल भेज दिया जाता है. वहां आसानी से इसके खरीदार मिल जाता है.
जयनगर के अपराधी गिरोह का जुड़ा नाम . जयनगर थाना क्षेत्र के कुआढ गांव का तीन सदस्यीय बाइक चोर का एक ऐसा गिरोह है जिसका सिर्फ नगर थाना के, मोटर साइकिल चोरी के 10 मामले दर्ज हैं. इन अपराधियों में प्रिंस कुमार, ऋषि कुमार उर्फ गुड्डू, सूरज कुमार है. थानाध्यक्ष ने बताया कि तस्करी के शराब मामले में जब्त अधिकांश बाइक के निबंधन संख्या गलत होता है. साथ ही गाड़ी के इंजन नंबर और चेचिस नंबर को खरोंच कर मिटा दिया जाता है ऐसे में पुलिस इसे चोरी की गाड़ी ही मान कर अनुसंधान करती है.