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129 मतदाताओं ने डाले वोट मधुबनी : इंजीनियरिंग के हैं विकल्प जिनसे मिलेगी सही मंजिल इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए नये सत्र में नामांकन प्रक्रिया का खाका शुरू होने लगा है. ज्ञान की स्थली रहे बिहार और विशेष रूप से पटना में एजुकेशन के लिए कई तरह के विकल्प सामने हैं. इनमें एक तरफ जहां […]

129 मतदाताओं ने डाले वोट

मधुबनी : इंजीनियरिंग के हैं विकल्प जिनसे मिलेगी सही मंजिल
इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए नये सत्र में नामांकन प्रक्रिया का खाका शुरू होने लगा है. ज्ञान की स्थली रहे बिहार और विशेष रूप से पटना में एजुकेशन के लिए कई तरह के विकल्प सामने हैं. इनमें एक तरफ जहां मैनेजमेंट, फैशन डिजाइनिंग व सीयूएसबी व लॉ जैसे क्षेत्रों के लिए संस्थान हैं, वहीं दूसरी तरफ इंजीनियरिंग के लिए भी कई ऐसे संस्थान हैं जो देश स्तर पर चर्चित हैं. पटना में आईआईटी, एनआईटी के अलावा बीआईटी मेसरा का पटना कैंपस स्थित हैं. जो कि छात्रों की प्रतिभा के लिए देश स्तर पर चर्चित हैं.
इन संस्थानों के होने से इंंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बेहतर अवसर बन गये हैं. इन सभी संस्थाओं में अाने वाले सत्र में सीटों को बढ़ाने से लेकर छात्रों की सुविधा के लिए कई तरह के प्रस्ताव संभावित हैं. जिसका लाभ इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों को हो सकता है.
संस्थानों को लेकर अपनाएं सही रणनीति
बीआईटी पटना
बीआइटी पटना बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना एक शैक्षिक केंद्र है. यह बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, रांची का एक विस्तार केंद्र है. बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना कैंपस की स्थापना 2006 में सरकार की पहल पर की गई थी. बिहार का संस्थान बीआईटी मेसरा के प्रमुख प्रबंधन के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड द्वारा अस्तित्व में आया. बिहार कैंपस की नींव दिसंबर 2005 में रखी गयी थी.
कुल क्षमता : 476
बीटेक में क्षमता : 300
एमटेक : 18
एमई : 18
बीबीए : 60
बीसीए : 80
ब्रांच – सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर, बैचलर ऑफ कम्प्यूटर ऍप्लिकेशन, बैचलर ऑफ बिजनस इकोनॉमिक्स, बैचलर ऑफ बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन.
एमटेक प्रोग्राम : कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग,पीएचडीसिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग
प्रबंधन – मैनेजमेंट, अप्लाइड रसायन विज्ञान, व्यावहारिक गणित
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
पटना में ऐसे कई राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं, जो बेहतर शिक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं. छात्रों को यह समझना चाहिए कि यदि उनका चयन किसी ब्रांडेड कॉलेज में नहीं हुआ, तो इसमें हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है. पूरे कैरियर में यदि कुछ ऐसा है जो आपको सफलता के हर मुकाम पर पहुंचा सकता है, तो वह है आपका जुनून और अपने विषय को तह तक समझने की आपकी आदत. यदि आपको लगता है कि आप सचमुच इंजीनियरिंग के लिए ही बने हैं, तो संस्थानों को लेकर एक सही रणनीति अपनाना आवश्यक है.
– आशीष आदर्श, कैरियर कंसलटेंट
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना (एनआईटी पटना), पूर्व में बिहार स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग और बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के नाम से जाना जाता रहा है. यह एक सार्वजनिक इंजीनियरिंग संस्थान है. संस्थान को 28 जनवरी 2004 को भारत सरकार द्वारा एनआईटी पटना नाम दिया गया था. यह एक स्वायत्त संस्थान है जो सीधे मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन है.
कुल क्षमता : 3500
ब्रांच – सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रीकल, कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग व आर्किटेक्ट
बीटेक में क्षमता : करीब छह सौ
एमटेक : 225
पीएचडी : 225
आईआईटी पटना
एनआईटी पटना एक राष्ट्रीय महत्व वाला संस्थान है. संस्थान कुछ दिनों बाद अपने नये कैंपस में शिफ्ट होने वाला है. वर्तमान में भी यहां छात्रों के लिए बेहतर माहौल में उच्च शिक्षा की पूरी सुविधा उपलब्ध है.
– प्रो प्रकाशं चंद्र, डीन एकेडमिक, एनआइटी पटना
बीआईटी मेसरा की स्टडी के क्षेत्र में अलग पहचान रही है. बीआईटी मेसरा का पटना कैंपस अपने विशिष्ट पढ़ाई के माहौल और छात्रों की सुविधा में और वृद्धि करता है. हमारी कोशिश बेहतर शिक्षा देने की है.
– तृशा कुमार, डीन एकेडमिक,

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