मधुबनी/झंझारपुर : अनुमंडल के चारों प्रखंड में डकैती की घटना को अंजाम दिया जाता रहा है. अभी तक एक भी डकैती की घटना का उद्भेदन कर पाने में पुलिस नाकाम रही है. चाहे वो अंधराठाढ़ी प्रखंड मुख्यलय स्थित व्यवसायी बेचन साह की डकैती के बाद हत्या का मामला हो, या झंझारपुर के शिक्षक चन्द्रशेखर चौधरी की पत्नी की डकैती के बाद हत्या का.
किसी भी मामले में पुलिस को अब तक सफलता के नाम पर एक भी सूई हाथ नहीं लगी है. बीते एक साल में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले सामने आये पर हर मामले मे पुलिस के हाथ नाकामी ही हाथ लगी है. हालांकि पुलिस बार बार दाबा करती है कि सुराग के करीब है. लेकिन आज तक कोई भी निष्कर्ष पर पुलिस नहीं पहुंच पायी है.
कहां-कहां हुई है डकैती : अनुमंडल के अंधराठाढ़ी, मधेपुर, लखनौर एवं झंझारपुर प्रखंड में दो तीन सालों में आधा दर्जन भर डकैती की घटना को अंजाम दिया गया है. गौरतलब है कि झंझारपुर आर एस ओपी के शिवपुरी मोहल्ला में सेवानिवृत शिक्षक चन्द्र शेखर चैधरी के यहां हुई डकैती व पिटाई से उनकी पत्नी की हत्या करीब डेढ साल पहले की गयी.
पिछले चार वर्षों में आरएस ओपी से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित बीआईपी इलाका माना जा रहा शिवपुरी में डकैती की यह चौंथी घटना दिया गया था. हर घटना को अंजाम देने के क्रम में अपराधी गृहस्वामी व उनके परिजनों के साथ प्राण घातक मारपीट भी करते रहे हैं. हालाकि यह पहली घटना है जिसमें पीट कर एक महिला की हत्या की गयी थी.
2011 के दिसम्बर महीना में शिवपुरी में रहने वाले सेवानिवृत जूनियर इंजीनियर राजेन्द्र झा व शिक्षक भरत चैधरी के यहां भीषण डकैती डाला गया था. जिसमें अपराधियों ने लाखों की परि संपत्ति लूटने के अलावा इंजीनियर श्री झा को गोली मार दी थी. इस घटना के दो महीना भी नहीं हुए थे कि फरवरी 2012 में इसी मोहल्ला में रह रहे डान बास्को कन्वेंट स्कूल के डाइरेक्टर मनोज कुमार उर्फ मुकुन्द जी के घर पर अपराधियों ने डाका डाला.
यहां भी अपराधियों ने गृहस्वामी पर कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला किया और करीब 2 लाख कर सम्पति लूट ले गये. फिर 2014 के जनवरी माह के अंत में अपराधियों ने एक ही रात मधेपुर की सीडीपीओ सुलेखा कुमारी व नगर पंचायत कार्यालय के प्रधान सहायक जयन्त झा के यहां अपराधियों ने डकैती डाल लाखों की संपत्ति लूट लिये. 2015 में अंधराठाढ़ी प्रखंड मुख्यालय के रेलवे गुमटी के समीप किराना व्यवसायी बेचन गुप्ता की सूआ घोंप कर कर दी गयी. लेकिन पुलिस इस मामले में भी दिलचस्पी नहीं उठा पायी. जिस कारण उस मामले का उद्भेदन पुलिस द्वारा आज तक नहीं हो पायी.
अनुमंडल के आधा दर्जन लोगों के घर डकैती की घटना को दिया जा
चुका है अंजाम
घटना के दौरान डकैतों ने ली है तीन लोगों की जान
पुलिस के हाथ से बच नहीं सकते अपराधी
पुलिस डकैती मामले का खुलासा करने में लगी हुई है. पुलिस के हाथ से अपराधी बच नहीं सकते हैं. पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है.
एके पांडेय, डीएसपी