मधुबनी : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह रेफरल अस्पताल अंधराठाढी में प्रसव के दौरान मरीज की हुई मृत्यु के मामले में प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन के आलोक में सिविल सर्जन डा. अमर नाथ झा ने एएनएम रंजू देवी व वीणा देवी को निलंबित करने का आदेश दिया है. साथ ही डा. राम गोविंद्र झा से स्पष्टीकरण प्राप्त कर बिहार सरकार को सूचित करने का भी निर्देश दिया है. साथ ही एसीएमओ डा. आरडी चौधरी को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा. क्या है मामला. देधुआ निवासी सुरेश चौपाल अपनी पत्नी रेणु देवी को 14 सितंबर 17 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंधराठाढी प्रसव के लिए रात्रि 10 बजे भर्ती कराया.
जिसका पूर्व में तीन सिजेरियन हो चुका था. वह चौथे प्रसव के लिए आयी थी. उक्त अवधि में डा. राम गोविंद झा आपात कालीन ड्यूटी में उपस्थित थे. जबकि रंजू देवी व वीणा देवी एएनएम उपस्थित थी. जांच क्रम में जांच पदाधिकारी डा. रामाधार चौधरी ने अपने जांच प्रतिवेदन में उल्लेख किया है. कि आपातकालीन ड्यूटी में डॉ राम गोविंद्र झा व एएनएम कार्य पर वीणा देवी व रंजू देवी उपस्थित थी. डॉ राम गोविंद्र झा ने जांच पदाधिकारी को बताया कि प्रसव पूर्व एएनएम द्वारा मरीज को परीक्षण चिकित्सक द्वारा नहीं कराया गया. साथ ही प्रसव के समय उत्पन्न जटिलता होने के बाद भी डयूटी पर तैनात चिकित्सक को सूचित भी नहीं किया गया. अंतत: मरीज की मृत्यु हो गयी. एसीएमओ द्वारा उपलब्ध जांच प्रतिवेदन में रोस्टर डयुटी में तैनात वीणा देवी व रंजू देवी एएनएम को तात्कालिक प्रभाव से निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय अन्यत्र करने तथा डा. राम गोविंद्र झा पर आवश्यक कार्रवाई करने का प्रतिवेदन सीएस को सौंपा गया है.