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कोसी, गंडक व भूतही बलान सहित सभी नदियों का जलस्तर बढ़ा
मधुबनी : जिला मुख्यालय सहित नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में रविवार की रात से हो रही बारिश मंगलवार को भी जारी रही. इससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कोसी, कमला भूतही बलान सहित अन्य सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. मधेपुर में बाढ़ के पानी से द्वालख गांव के समीप भूमि मुसहरी […]
मधुबनी : जिला मुख्यालय सहित नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में रविवार की रात से हो रही बारिश मंगलवार को भी जारी रही. इससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कोसी, कमला भूतही बलान सहित अन्य सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. मधेपुर में बाढ़ के पानी से द्वालख गांव के समीप भूमि मुसहरी गांव जानेवाली पुलिया बह गयी. इसके बाद 50 फुट तक कटाव हो चुका है. इससे भूमि मुसहरी सहित करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट चुका है.
वहीं भगता गांव में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर पानी का बहाव हो रहा है. उधर झंझारपुर कन्हौली के समीप एनएच 57 में दरार आ जाने के कारण सुरक्षा को देखते हुए एनएच किनारे बसे नौ परिवारों को घर खाली करने का निर्देश एसडीओ ने दिया है़ एसडीओ विमल कुमार मंडल ने बताया कि एनएच 57 सड़क पर दरार के बाद भयंकर हादसा न हो़, इसलिए घरों में रहनेवाले लोगों को खाली करने का निर्देश दिया है़ कहा कि एनएचआइ प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है़
कोसी एवं भूतही बलान के जलस्तर बढ़ोतरी से एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. वहीं झंझारपुर में कमला नदी के पश्चिमी तटबंध में बनौर, इमादपट्टी एवं खैरा गांव के समीप तटबंध में कटाव जारी है.
नदिया उफान पर है़. कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ की स्थिति गंभीर बन गयी है. इधर, कोसी व भूतही बलान नदी के जल स्तर मे पानी के जल स्तर में बढोतरी होने से मधेपुर व फुलपरास के कोसी दियारा गांव व निचले इलाकों में पानी फैल गया है. जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने सभी अनुमंडल को बाढ़ पर नजर रखने के लिये अलर्ट कर दिया है. डीएम ने कहा है कि प्रशासन पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाये हुए है. किसी भी स्थिति से निबटने के लिये प्रशासन पूरी तरह तैयार है.
गंडक नदी में उफान, भसही में तेज हुआ कटाव
गोपालगंज. नारायणी नदी की जल स्तर तेजी से बढ रही है. भसही में नदी तटबंध के समीप कटाव करने पहुंच चुकी है. नदी के कटाव से भसही और आसपास के लोग दहशत में है.
इस बीच डीएम राहुल कुमार ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ कालामटिहनिया तथा विशंभरपुर पहुंच कर स्थिति का आकलन किया. डीएम बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा कराये गये बचाव कार्य की समीक्षा करने के बाद मौजूद लोगों से बातचीत कर काफी संतुष्ट दिखे. डीएम ने कहा कि इस बार विभाग की तरफ से कराये गये बचाव कार्य से यहां के लोग संतुष्ट है. नदी की कटाव और विस्थापन से लोगों को निजात मिलेगी.
कोसी-महानंदा खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा
पूर्णिया. लगातार हो रही बारिश से एक ओर जहां कोशी नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है, वहीं महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. मंगलवार सुबह 09 बजे भीमनगर में कोशी नदी का जलस्तर खतरे के निशान 74.700 मीटर से बढ़ कर 75.100 तक पहुंच गया. जलस्तर के बढ़ने व भीमनगर बराज पर दबाब के कारण 1,77,540 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. इससे पूर्व सोमवार को 1.79 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया था. केंद्रीय जल आयोग के सहायक अभियंता के अनुसार डेंगराहा घाट में महानंदा का स्तर लगातार बढ़
तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही गंगा
मुंगेर : ऊफनाती गंगा के रफ्तार को देख दियारावासी पूरी तरह भयक्रांत हो गये हैं. गंगा का जलस्तर प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है़ पिछले तीन दिनों में गंगा का जलस्तर 1.53 मीटर बढ़ा है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि गंगा अब अपने रौद्र रूप को धारण करने वाली है़
मंगलवार की शाम गंगा का जलस्तर 34.24 मीटर तक पहुंच गया़ जो अब खतरें के निशान से 5.09 मीटर नीचे है़ हालांकि खतरा निशान तक जलस्तर के पहुंचते-पहुंचते खेत ही नहीं बल्कि पूरा गांव ही बाढ़ से प्रभावित हो जाएगा.
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