10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिजली गुल, भीषण गर्मी में बिलबिला रहे लोग

बिजली गुल, भीषण गर्मी में बिलबिला रहे लोग

मुरलीगंज (मधेपुरा). प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र में कई दिनों से बिजली की कटौती से लोग परेशान हैं. उपभोक्ताओं में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. उपभोक्ताओं ने बताया कि एक तरफ प्रकृति ने विकराल रूप लेकर लोगों को अपनी गर्मी में झुलसा रही है. वहीं दूसरी तरफ विद्युत कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली के लिए तरसा रही है. मुरलीगंज क्षेत्र में हल्की तेज हवा में भी विद्युत आपूर्ति बंद कर दी जाती है. इस भीषण गर्मी में विद्युत कटौती से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. हालात यह है कि बिजली की आंख मिचौनी शुरू इनवर्टर भी ठीक से चार्ज नहीं हो पाती है. बिजली पूरे दिन आते जाते रहती है. जबकि रात के समय में भी विद्युत कटौती से लोगों की नींद हराम हो रही है.

दोपहर को सड़कें हो रहीं सूनी

क्षेत्र में गर्मी की बात करें तो अप्रैल महीने के तीसरे पखवाड़े से प्रचंड गर्मी शुरू हो गई है. इन दिनों दोपहर में झुलसाने वाली पछुआ गर्म हवाएं चल रही हैं. तेज धूप और गर्म हवाएं प्रचंड गर्मी का एहसास करा रही हैं. लू के लहर से बचने के लिए लोग दोपहर को घर से बाहर कम ही निकल रहे हैं. चिलचिलाती धूप व गर्मी से लोग बेहाल होने लगे हैं. बढ़ती गर्मी के बीच शहर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगी है. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. शहर में पिछले दो- तीन दिनों से अनियमित विद्युत आपूर्ति से उपभोक्ता परेशान हैं. उपभोक्ताओं में इसको लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है. विद्युत आपूर्ति का हाल यह है कि बिजली कब आएगी और कब चले जायेगी इसका कोई पता नहीं है. शहरवासियों की शिकायत है कि सुबह से लेकर देर रात तक बिजली की लुका छिपी लगातार जारी है.

नियम के अनुसार नहीं होता है कार्य

विद्युत विभाग ने बिजली की कटौती करने के पूर्व आम लोगों को इसकी सूचना देने का नियम बना रखा है. इसके बाद भी बिना लोगों को सूचना दिए मनमाने ढंग से बिजली कटौती जारी है. इससे विद्युत उपभोक्ताओं में रोष बढ़ता जा रहा है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की समस्या लगातार बनी हुई है.

अधिकारी नहीं उठाते हैं फोन

विगत दिनों नगर पंचायत क्षेत्र के मवेशी अस्पताल के पास ट्रांसफार्मर स्विच बोर्ड में आग लग गयी. जब कनीय अभियंता को उनके सरकारी नंबर पर फोन लगाना शुरू किया तो फोन नहीं उठाने की समस्या सामने आयी. इससे भी उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है. उपभोक्ताओं ने कहा कि पारदर्शिता बनाये रखने के लिए सभी अधिकारी को सरकरी नंबर दिया गया है लेकिन स्थानीय अधिकारी हीं फोन नही उठाएंगे तो शिकायत कैसे की जायेगी.

बांस बाड़ी में लग गयी थी आग

विगत दिनों नगर पंचायत के वार्ड 13 में विद्युत प्रवाहित तार से चिंगारी निकलने के वजह से एक बांसबाड़ी में आग लग गयी. बताया गया कि विद्युत उपकेंद्र से शहर की ओर जाने वाली हाई टेंशन के लटकते तार से विद्युत शॉर्ट सर्किट होने के कारण निकली चिंगारी गिरने से एक बांस के घने बगान में गिरे सूखे पत्ते में आग लग गयी. इस वजह से हुए तेज आगजनी को देख बांस बगान के निकट बने नगर पंचायत के वार्ड 13 के लोगों में अफरा- तफरी का माहौल बन गया था.

विभाग पर लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप

वार्ड नंबर 13 निवासी अर्जुन कुमार ने बताया कि हाई वोल्टेज का विद्युत प्रवाहित तार को बस्ती वालों के घरों के ऊपर से ले जाया गया है. इसके कारण बस्ती के लोग अपनी जान हथैली पर रखकर अपने घरों में जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं.

अरुण कुमार यादव ने बताया कि विद्युत विभाग में शिकायत करने पर गंभीरता से नहीं लेते है. तार को बिजली खंभा के उपर करने के बजाय बांस का खूंटा गाड़कर उससे विद्युत प्रवाहित की जाती है. हाई वोल्टेज विद्युत प्रवाहित तार उनके खेतों में भी काफी नीचे लटका हुआ है. इसमें हमेशा शॉर्ट सर्किट होता रहता है.

क्या कहते हैं अधिकारी

हवा चलने के कारण खलियानों से होकर गुजरने वाली 33 हजार संचरण लाइन पर बांस के आ जाने पर बार-बार लाइन ट्रिप कर रही है. समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही समाधान कर लिया जायेगा. किसी भी उपभोक्ता को अगर तत्काल बिजली से समस्या के समाधान के विषय में जानकारी चाहिए तो वह बिजली विभाग मधेपुरा की हेल्पलाइन नंबर 92644 56423 पर फोन कर अपनी समस्या लिखवा सकते हैं. जिसका समाधान जल्द से जल्द किया जाएगा.

टीएन यादव, एसडीओ विद्युत, विभाग मधेपुरा

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें