मधेपुरा: गम्हरिया प्रखंड के औराही एकपरहा पंचायत के चंदनपट्टी गांव के प्राथमिक विद्यालय में विगत तीन फरवरी को हुई घटना के मामले में मंगलवार को भले ही अधिकारियों के दल ने मामले के निबटारे का प्रयास किया, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है.
इस मामले में ऑल इंडिया मुसलिम दलित महादलित मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष असगर अली ने भी अधिकारियों द्वारा इस मामले को दबाये रखने के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. उन्होंने इस मामले में अल्पसंख्यक आयोग पटना को पत्र भी लिखा है. उन्होंने इस पूरे मामले में अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए गुरुवार को कहा कि जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की मौजूदगी में छात्रों को विद्यालय से भगाया गया तो, आखिर किसके दबाव में बीइओ एक सप्ताह तक चुप्पी साधे रहे.
उनकी चुप्पी कायम ही रहती अगर समय पर प्रभात खबर ने मामले का खुलासा नहीं किया होता. और तो और पीड़ित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने जिला पदाधिकारी के नाम आवेदन बीडीओ को सौंपा तो बीडीओ भी आवेदन को ठंडे बस्ते में डाल दिया. इस मामले की जानकारी आला अधिकारियों को देना भी जरूरी नहीं समझा. ज्ञात हो कि प्रभात खबर में समाचार प्रकाशित होने के बाद जब आला प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली. असगर अली ने जिला पदाधिकारी से अविलंब गम्हरिया बीडीओ और बीइओ सहित विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई करने की मांग की है.