गया : कोडरमा-तिलैया-राजगीर रेललाइन जल्द बन कर तैयार होगी. इसके लिए रेलवे अधिकारियों ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोडरमा-तिलैया-राजगीर रेलवे लाइन बन जाने के बाद कई इलाके बौद्ध सर्किट से जुड़ जायेंगे.
बौद्ध धर्मावलंबियों के पवित्र स्थल बोधगया आने-जाने के लिए यहां पहले से ही रेलवे व सड़क मार्ग से सुगम व्यवस्था है. आनेवाले दिनों में नालंदा, राजगीर तक भी रेल से पहुंचा जा सकेगा. इससे रेलवे के बड़े नेटवर्क के साथ-साथ कोडरमा पर्यटकीय दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण स्टेशन होगा.
वैसे भी कोडरमा-राजगीर का यह रेललाइन घने जंगलों व पहाड़ों से होकर गुजर रही है. ऐसे में यहां की यात्रा दिलकश नजारों से भरी होगी. इस रूट पर कोडरमा से झारखंड की सीमा में 17 किलोमीटर तक रेललाइन बिछ चुकी है.
यहां अगले कुछ माह में एक पैसेंजर ट्रेन चलाने पर विचार चल रहा है. वहीं, राजगीर से बिहार में भी 25 किलोमीटर पटरी बिछाने का कार्य पूर्ण हो चुका है. बीच का हिस्सा जंगल, पहाड़ व घाटी का क्षेत्र है.
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोडरमा-राजगीर रेलखंड के बीच पांच बड़ी सुरंगें व पांच ब्रिज का निर्माण होगा. डेढ़ किलोमीटर लंबी सुरंग व पांच बड़े ब्रिज बनेंगे. हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पांच सुरंगों की लंबाई डेढ़ किलोमीटर से ज्यादा है. इसी तरह करीब पांच बड़े ब्रिजों का निर्माण भी यहां होना है.
अगले दो वर्षों में रेललाइन का कार्य पूरा होने की उम्मीद है. इसमें कोडरमा जिले के पर्यटन स्थलों के साथ-साथ रामगढ़ के रजरप्पा मंदिर, चतरा के इटखोरी, बरकट्ठा के सूर्यकुंड, पारसनाथ के मधुवन, बोधगया, राजगीर, पावापुरी, देवघर जैसे स्थान शामिल हैं. यहां रेलवे के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी बेहतर कनेक्टिविटी होगी.
Posted by Ashish Jha