तस्करी . रेड सेंड बोआ सर्प के तस्कर हैं सक्रिय, पहले भी हुई है बरामदगी
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नेपाल के रास्ते चीन भेजे जाते हैं सांप व सींग
तस्करी . रेड सेंड बोआ सर्प के तस्कर हैं सक्रिय, पहले भी हुई है बरामदगी भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों तस्कर सक्रिय हैं. रेड सेंड बोआ सर्प व हिरण के सींग की तस्करी जारी है. एसएसबी 12 वीं व वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में हिरण के दो सींग व रेड बुआ सर्प के साथ […]
भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों तस्कर सक्रिय हैं. रेड सेंड बोआ सर्प व हिरण के सींग की तस्करी जारी है. एसएसबी 12 वीं व वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में हिरण के दो सींग व रेड बुआ सर्प के साथ दो तस्कर को रविवार को पकड़ा था.
ठाकुरगंज : भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों तस्कर सक्रिय हैं. मवेशी तस्करी के अलावे रेड सेंड बोआ सर्प व हिरण के सींग की तस्करी जारी है. इसी क्रम एसएसबी 12 वीं व वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में हिरण के दो सींग व रेड बुआ सर्प के साथ दो तस्कर को रविवार को पकड़ा था. तस्करों से सघन पूछताछ के बाद जो तथ्य सामने आने है वह काफी चौकाने वाले है. तस्करों ने बताया कि रेड सेंड बोआ सर्प की मांग चीन व खाड़ी देशों में काफी है और इसका मुंह मांगी कीमत दिया जाता है.दोनों तस्करों अलीजम अंसारी व मो फिदा हुसैन ने भद्रपुर, नेपाल के रास्ते सांप व सींग को चीन भेजे जाने की बात स्वीकारी है.
कहां पाया जाता है रेड सेंड बोआ सर्प
भारत के थार मरूस्थल में पाया जाने वाला एक खूबसूरत सांप जिसे वैज्ञानिक भाषा में रेड सेंड बोआ स्नेक कहा जाता है. कई अनकही कहानियों के कारण तस्करों की नजर में है. दो मुहां सांप के नाम से प्रसिद्ध यह सांप ईरान , पाकिस्तान और भारत में पाया जाता है जो बेहद शर्मिला होता है. देखने में काफी खुबसूरत यह सांप रेतीली मिट्टी में रहना पसंद करता है या सांप इतना सीधा होता है की अगर आप इसे हाथ में उठा लेंगे फिर भी यह नहीं काटेगा. इस सांप का मुंह और पूछ एक जैसे होते है. इसलिए यह दो मुहा सांप के नाम से भी पुकारा जाता है. शायद सांप को भी अपनी इस विशेषता का पता है. इसलिए खतरे का अभास होते ही यह अपनी पूंछ को ऊपर उठा लेता है और इससे मुंह की तरफ लहराता है. इससे दुश्मन भी उसे मुंह समझ लेता है और उस पर अपना वार करता है इससे सांप अपनी रक्षा करने में सफल हो जाता है. भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में इस सांप के बारे में कई किवदंतिया और अन्धविश्वाश फैले है.
ये हैं रेड सेंड बोआ (दोमुंहा सांप) से जुड़ी कहानियां और मिथ
दोमुंहे सांप से संबंधित कई कहानियां जनसामान्य में प्रचलित हैं. इनमें से कुछ भारतीय है तो कुछ दूसरे देशों से सुन कर आम जनता मानने लगी है. यहीं कहानियां इन सांपों के विनाश का कारण बन रही है. खाड़ी देशों में माना जाता है कि रेड सैंड बोआ सांप का मांस तथा रक्त का सेवन करने से व्यक्ति की सभी बीमारियां ठीक हो जाती हैं. साथ ही व्यक्ति मृत्यु तक जवान रहता है. कुछ कबीलों में चल रही मान्यताओं के अनुसार रेड सेंड बोआ सांप को विशेष क्रियाओं द्वारा अभिमंत्रित कर खाने से आदमी को सुपरनैचुरल शक्तियां मिलती हैं. इस शक्तियों से वह किसी का भी भला या बुरा कर सकता है. वह एक तरह से भगवान ही बन जाता है जो दूसरों का भाग्य बदल सकता है. वहीं चीनी मान्यताओं के अनुसार रेड सेंड बोआ सांप को खाने से सेक्स पावर बढ़ती है. साथ ही इससे आदमी की शारीरिक शक्ति में भी जबरदस्त इजाफा होता है जिससे वह सैकड़ों महिलाओं को संतुष्ट कर सकता है.
ये है वास्तविकता
रेड सेंड बोआ सांप ईरान, पाकिस्तान तथा भारत में पाया जाता है. यह भी अन्य सांपों की तरह एक जहरीला सांप होता है जो चूहे, कीड़े-मकोड़े तथा छोटे जानवरों को अपना शिकार बनाता है. यह आदमी से दूर ही रहता है, वैज्ञानिकों के अनुसार अभी तक एक भी ऐसा केस सामने नहीं आया है जिसमें दोमुंहे सांप ने किसी व्यक्ति को काटा हो. यह लोगों के लिए पूरी तरह से निरापद तथा हानिरहित है. वैज्ञानिक तथा शोधकर्ताओं के अनुसार यह सांप शर्मीला होता है तथा रेतीली मिट्टी में रहना पसंद करता है.
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