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दहेज प्रथा और बाल विवाह के विरुद्ध चलेगा अभियान
बोले नीतीश : सामाजिक बदलाव के साथ विकास प्राथमिकता सुपौल, किशनगंज : सामाजिक बदलाव के संकल्प के साथ विकास हमारी प्राथमिकता है. पूर्ण शराबबंदी के बाद अब नशाबंदी की तरफ बिहार को लेकर जाना है. जिस रास्ते पर बिहार अग्रसर है, उसका अनुसरण देश के अन्य राज्य करे, तो भारत चीन से भी आगे निकल […]
बोले नीतीश : सामाजिक बदलाव के साथ विकास प्राथमिकता
सुपौल, किशनगंज : सामाजिक बदलाव के संकल्प के साथ विकास हमारी प्राथमिकता है. पूर्ण शराबबंदी के बाद अब नशाबंदी की तरफ बिहार को लेकर जाना है. जिस रास्ते पर बिहार अग्रसर है, उसका अनुसरण देश के अन्य राज्य करे, तो भारत चीन से भी आगे निकल जायेगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को वीरपुर में कौशिकी भवन समेत विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन व लोकार्पण के बाद कोसी क्लब मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि नशामुक्त समाज होने के बाद बिहार की तरक्की को कोई नहीं रोक सकता है.
बिहार में शराबबंदी को कामयाब करके हम विश्व में एक मिसाल देना चाहते हैं. मुख्यमंत्री भाषण के दौरान भले ही विरोधियों पर बोलने से बचते रहे, लेकिन उन्होंने इशारों-इशारों में ही कहा कि हम समाज को बदलने में लगे हैं, लेकिन कई लोग लड़ाई लगाने में लगे हैं. नीतीश ने कहा कि शराबबंदी से राज्य में सामाजिक बदलाव हुआ है. वर्ष 2005 में सत्तासीन होते ही हमने बिहार में सामाजिक बदलाव के संकल्प के साथ बिहार के विकास के बारे में सोचा था, वह आज साकार होता प्रतीत हो रहा है.
आमजन के सहयोग से बिहार में शराबबंदी काफी सफल रही है. इसके कारण सामाजिक स्तर पर काफी बदलाव भी देखा जा रहा है. शराबबंदी के बाद बिहार में आपराधिक घटनाओं व सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आयी है. लोगों का जीवन स्तर और घर का माहौल काफी बदला है. शराबबंदी के पूर्व जो नशे में धुत हो कर घर आते थे, आज वे हंसते-मुस्कुराते सब्जी लेकर घर आते हैं और परिवार व बच्चों के साथ अपना समय व्यतीत करते हैं. आज बिहार में खाद्यान्न वस्तुओं की बिक्री बढ़ी है.
हम चाहते हैं इंसाफ के साथ तरक्की
किशनगंज : मुख्यमंत्री ने किशनगंज में कहा कि हम चाहते हैं विकास, इंसाफ के साथ तरक्की. हर इलाके और हर तबके का हो विकास. बिहार हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क आदि क्षेत्रों में आमूलचूल विकास हुआ है. सीएम ने जिले के पोठिया प्रखंड स्थित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कृषि महाविद्यालय परिसर में 125 करोड़ की 16 योजनाओं के उद्घाटन और 77 करोड़ की दो योजनाओं का शिलान्यास भी किया.
सीएम ने कहा कि यहां कृषि महाविद्यालय खोलने का विचार उनके मन में आया. जदयू विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने एएमयू कैंपस के लिए जमीन देने की बात कही, तो
मैंने सेवा यात्रा के दौरानही अर्राबाड़ी पहुंच जमीन का निरीक्षण किया और एक साथ एएमयू और कृषि महाविद्यालय की जमीन उपलब्ध होते कुछ महीने बाद ही कृषि विद्यालय का शिलान्यास किया. यह मेरी दिली इच्छा थी कि किशनगंज एएमयू और कृषि महाविद्यालय खुले और मैंने खोल भी दिया. अब कृषि महाविद्यालय के बाद विस्तार करने की संभावना है. इसकी सुरक्षा के लिए महानंदा नदी के किनारे तटबंध का निर्माण कार्य पूरा भी कर लिया गया है.
नशामुक्त समाज के बिना बिहार का संपूर्ण विकास नहीं
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी के बाद नशाबंदी समाज का निर्माण ही हमारा संकल्प है. बिहार को देश के अव्वल राज्यों की श्रेणी में खड़ा करने के लिए नशामुक्त समाज बनाना होगा.
उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि पूर्ण शराबबंदी के बाद कुछ लोगों ने अन्य नशे का सेवन शुरू कर दिया है. इसलिए शराबबंदी के बाद नशाबंदी के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. जिस प्रकार शराबबंदी के दौरान लोगों का सहयोग रहा, मुझे विश्वास है कि नशाबंदी में भी राज्य के लोग सहयोग कर सभ्य समाज के निर्माण की दिशा में भी अपना सहयोग प्रदान करेंगे. नीतीश ने बिहार में नाटेपन (छोटा कद) की समस्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि एक अध्ययन के मुताबिक आज बिहार में पैदा होने वाले बच्चे नाटेपन का शिकार हो रहे हैं.
इसका मूल कारण उन्होंने बाल विवाह को बतलाया. इसलिए सरकार अब दहेज उन्मूलन अभियान के साथ बाल विवाह पर रोक के लिए अभियान चलायेगी. सीएम ने कहा कि विवाह के लिए तय कानूनन उम्र सीमा लड़कों के लिए 21 वर्ष व लड़कियों के लिए 18 वर्ष निर्धारित है. बावजूद समाज में बाल विवाह का प्रचलन है. इसके कारण कम उम्र में ही लड़कियां मां बन जाती हैं. इस कारण जच्चा व बच्चा दोनों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है. उन्होंने लोगों से दहेज प्रथा वाले विवाह समारोह में शिरकत नहीं करने की अपील की. कहा कि 02 अक्तूबर को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर दहेज-प्रथा व बाल विवाह के विरुद्ध अभियान का आगाज करेंगे.
नीतीश ने कहा कि लोगों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक नगर व पंचायत में सरकार भवन का निर्माण किया जा रहा है. जहां पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सरकारी तौर पर तैनात कर्मी ग्रामीणों को एक ही जगह मिल जायेंगे. उन्हें खोजने के लिए गांव वालों को कहीं नहीं जाना पड़ेगा. इसलिए सरकार ने राज्य में 84 सौ पंचायत सरकार भवन बनाने का निर्णय लिया है, जिसका 1/6 भाग पंचायत सरकार भवन बन कर तैयार भी हो गया है. सभा की अध्यक्षता जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने की. मौके पर मंत्री क्रमश: विजेंद्र प्रसाद यादव, जय कुमार सिंह, डॉ अब्दुल गफ्फूर, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति मो हारूण रशीद ने भी अपने विचार रखे.
सात निश्चियों से बिहार का हो रहा तेजी से विकास
कटिहार : मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सात निश्चिय पर काम कर रही है. चार वर्ष के अंदर सूबे के सभी गांवों को विकसित करने का लक्ष्य है. शहर के तर्ज पर ग्रामीणों को सुविधा मिलेगी. इस दिशा में तेजी से काम किये जा रहे हैं.
हर घर में नल का पानी, बिजली, शौचालय, गांव-टोले में पहुंच पथ, बेरोजगारों को दो वर्ष तक बेरोजगारी भत्ता, युवाओं के रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था आदि पर काम किये जा रहे हैं. इसका लाभ हर तबके को मिल रहा है. इससे बिहार का विकास तेजी से हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के लोगों को पहले नल का शुद्ध पानी नसीब नहीं होता था. अब उन्हें भी शुद्ध पानी मिल रहा है, बिजली मिल रही है.
आधी आबादी को आगे बढ़ने का मिल रहा मौका
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आधी आबादी को सरकारी नौकरी में राज्य सरकार 35 प्रतिशत आरक्षण दे रही है. इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर व आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा कि पंचायत व निकाय चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा आधी आबादी को दी गयी है. इसका फायदा यह हुआ है कि महिलाएं बाहर निकल कर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर तो पंचायत व निकाय चुनाव में 70 प्रतिशत तक महिलाएं चुन कर आ रही हैं. इससे मुझे खुशी मिल रही है.
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