छात्र शिक्षक अनुपात दुरुस्त करने की
कवायद तेज
खगड़िया : आने वाले कुछ सप्ताह में जिले के सभी प्रखंडों में वर्षों से एक ही विद्यालय में जमे नियोजित शिक्षकों का व्यापक रूप से सामंजन किया जा सकता है. इस संबंध में शिक्षा विभाग के द्वारा प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गयी है, जो अभी प्रारंभिक अवस्था में है. यह सामंजन प्राथमिक तथा मध्य विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात को एक समान करने के लिए किया जायेगा. हलांकि शिक्षा विभाग के द्वारा इस संदर्भ में पहले से ही पहल किया जा रहा है, लेकिन इस बार विभाग इसे गंभीरता से ले रहा है. शिक्षा विभाग के सचिव जितेन्द्र श्रीवास्तव के पत्रांक 1125 सात अक्तूबर 16 के अनुसार पूर्व में विभाग द्वारा जिले को इस आशय का निर्देश दिया गया था.लेकिन विभाग को प्राप्त अब तक की जानकारी के अनुसार यह प्रक्रिया अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है.
इस संबंध में 21 सितंबर 16 को राज्य में आयोजित डीपीओ (स्थापना) की बैठक में चर्चा के दौरान यह प्रकाश में आया कि शिक्षक विहीन विद्यालयों तथा एक शिक्षकीय विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य प्रतिनियुक्ति के आधार पर किया जा रहा है. पत्र में कहा गया है की बच्चों की मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 की कंडिका 25(1) शिक्षक – छात्र अनुपात को सभी विद्यालयों में समान रखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार को दी गयी है. इस संदर्भ में निर्देश दिया गया है कि ऐसे विद्यालयों से बेसिक ग्रेड के शिक्षकों की संख्या छात्र संख्या के अनुसार औसत से अधिक है को अन्य विद्यालयों में सामंजित किया जाय.